चौबीस घंटे भी विजिलेंस की हिरासत में नहीं काट पाया एसएमओ
कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) से चार हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस के हत्थे चढ़ा सीनियर मेडिकल आफिसर डा. राजू चौहान बीमार पड़ गया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) से चार हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस के हत्थे चढ़ा सीनियर मेडिकल आफिसर डा. राजू चौहान बीमार पड़ गया है। विजिलेंस की हिरासत में उसने चौबीस घंटे भी नहीं बिताए और गुरुनानक देव अस्पताल में एडमिट हो गया है। डा. राजू चौहान को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। वह एक विधायक और तरनतारन जिले के एक अधिकारी का करीबी भी। यही वजह है कि सीने में दर्द व नाक से रक्तस्त्राव होने की शिकायत करने पर विजिलेंस ने उसे अस्पताल में एडमिट करवा दिया। राजू चौहान को गुरुनाकन देव अस्पताल स्थित मेडिसिन वार्ड नंबर चार में दाखिल करवाया गया है। यहां डाक्टरों ने उसके जरूरी टेस्ट किए, जिनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। प्राइमरी हेल्थ सेंटरों के आफिसरों ने सिविल सर्जन को डा. राजू के खिलाफ दी शिकायतें
इसी बीच थरीएवाल ब्लाक के अंतर्गत आने वाले प्राइमरी हेल्थ सेंटरों में कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों ने सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह से भेंट कर डा. राजू चौहान के खिलाफ लंबी चौड़ी शिकायतें दी हैं। शिकायतकर्ता डा. गुरबख्शीश सिंह ने कहा कि डा. राजू चौहान ने सभी कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों ने प्रतिमाह चार हजार रुपये की मांग की थी। वह कहता था कि यदि उसकी जेब गर्म न की तो वह उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करवाएगा। नौकरी से भी निकलवा देगा। बहरहाल, सिविल सर्जन ने इन डाक्टरों के बयान लिए हैं। स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर भी जांच करेगा
रिश्वत प्रकरण में डा. राजू चौहान के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर भी जांच करेगा। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने कहा कि थरीएवाल ब्लाक के कम्युनिटी हेल्थ आफिसर उनसे मिले थे। उन्होंने सारी बात बताई है। सोमवार को वह इस मामले की जांच अपने स्तर पर भी करेंगे।