पहली बार भक्तजन घर में ही मनाएंगे मां चिंतपूर्णी का मेला
सोमवार को घर-घर में मां चितपूर्णी का मेला मनाया जाएगा।
संस, अमृतसर: सोमवार को घर-घर में मां चितपूर्णी का मेला मनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के इस बार भक्तजन हिमाचल प्रदेश में मां के दरबार नहीं पाएंगे। साथ ही अमृतसर के नमक मंडी नजदीक चौक चितपूर्णी स्थित मां चितपूर्णी मंदिर के कपाट भी भक्तजनों के लिए बंद रहेंगे। डेढ़ सौ साल पुराने इस मंदिर में मां चितपूर्णी का पिडी स्वरूप सुशोभित है। मेले के दौरान हजारों भक्तजन यहां आते हैं। इस बार भक्तजन तो नहीं आएंगे, पर मंदिर में धार्मिक परंपरा तहत पुजारी पूजा-अर्चना जरूर करेंगे। मंदिर के पुजारी गंगा राम ने बताया कि प्रात: पांच बजे आरती की जाएगी। मंदिर के ट्रस्टी राकेश कुमार ने भक्तजनों से अपील की कि वे घर में रहकर ही मां की अराधना करें।
मां दुर्गा वेलफेयर सोसायटी व जय हो क्लब के प्रधान विक्की दत्ता ने कहा कि उनकी संस्था द्वारा शक्ति नगर चौक में खीर का भंडारा लगाया जाएगा।
सिद्धपीठ माता लाल देवी भवन मॉडल टाउन के प्रधान विजय शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण अष्टमी पर होने वाले कई कार्यक्रम स्थगित किए गए हैं।
मां बगलामुखी मंदिर झब्बाल रोड के महंत दुर्गा दास ने कहा कि शाम पांच से सात बजे तक भजनों का गुणगान होगा।
मां चितपूर्णी जी सेवा मंडल जागरण व लंगर समिति रानी का बाग के प्रमुख सोनू शर्मा ने कहा कि सिद्धपीठ माता लाल देवी भवन में 551 किलो मिठाइयों का भोग लगाया जाएगा।
श्री राम दरबार टुंडा तलाब के प्रमुख भक्त सतनाम ढींगरा ने कहा कि पूजा के दौरान भक्तजनों को मीठा पान चढ़ाना चाहिए। कंजक पूजन करना चाहिए। मां के मूलमंत्र का जाप करें।