अमावस्या पर श्री दुग्र्याणा तीर्थ के पवित्र सरोवर में स्नान कर सकेंगे श्रद्धालु
श्री दुग्र्याणा तीर्थ के पवित्र सरोवर में जल भरने का काम पूरा हो चुका है।
कमल कोहली, अमृतसर
श्री दुग्र्याणा तीर्थ के पवित्र सरोवर में आने वाले कुछ दिनों में भक्तजन करीब 20 महीनों के बाद स्नान कर सकेंगे। यह पवित्र सरोवर कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर की तर्ज पर बनाया गया है।
मार्च 2019 में पवित्र सरोवर की कारसेवा का शुभारंभ हुआ था। उससे पहले पवित्र सरोवर से जल निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। जल निकालने के बाद कार सेवकों द्वारा कार सेवा करने में काफी उत्साह दिखाया गया तथा कुछ ही दिनों में कारसेवा पूरी हो गई थी। इसके बाद पवित्र सरोवर की मरम्मत की गई और इसे कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर की तरह बनाने का कार्य करवाया गया। अब इस सरोवर में छह फुट का प्लेटफार्म बनाया गया है, जहां श्रद्धालु खड़े होकर भी स्नान कर सकेंगे।
इसके अलावा बच्चे तैराकी भी कर सकेंगे। छह फुट के प्लेटफार्म के आगे सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिक ढंग से जाली लगाई गई है, जिसमें से कोई भी वस्तु नहीं निकल सकती। मरम्मत कार्य के बाद जब जल भरने की प्रक्रिया शुरू की गई तो सरोवर में जलस्तर ना बढ़ने से कमेटी पदाधिकारियों के लिए चिता का विषय बना गया। इसके बाद कमेटी की टीम ने सिचाई विभाग के अधिकारियों से भी परामर्श किया तो यह बात सामने आई कि कार सेवा के दौरान पवित्र सरोवर के स्तर से नीचे से भी मिट्टी निकाल दी गई है। इससे जल सरोवर में नहीं ठहर रहा था। इसके अलावा हंसली भी काफी खराब हो चुकी थी।
कमेटी ने पवित्र सरोवर के स्तर को ठीक करवाया तथा हंसली की भी पूरी तरह रिपेयर करवाई। उसके बाद अब पवित्र सरोवर में जल भरना शुरू हो गया है। यह जल प्लेटफार्म तक पहुंच गया है। पूरे देश के 90 पवित्र सरोवरों से जल लाकर पूरी धार्मिक परंपरा के साथ पवित्र सरोवर में डाला गया है। जल भरने का काम पूरा हो चुका है: खन्ना
श्री दुग्र्याणा कमेटी के महासचिव अरुण खन्ना ने बताया कि पवित्र सरोवर में जल भरने का काम पूरा हो चुका है। 17 सितंबर को अमावस्या वाले दिन भक्तजन पवित्र सरोवर में स्नान कर सकेंगे। कमेटी द्वारा पूरी धार्मिक प्रवृति के साथ पवित्र सरोवर की पूजा भी करवाई गई पूजा अर्चना के दौरान पवित्र सरोवर की हर की पौड़भ् में पूरी धार्मिक परंपरा के साथ 90 पवित्र सरोवरों का जल डाला गया हैं। पवित्र सरोवर में स्नान करने से मनुष्य को हर तरह का सुख प्राप्त होता हैं। कमेटी द्वारा पवित्र सरोवर में स्नान करने के लिए सभी प्रबंध पूरे किए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में हंसली को भी नए बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा ताकि पवित्र सरोवर में जल भरने में किसी तरह की कोई समस्या ना आए। इस सरोवर की गहराई 14 फुट हैं। सरोवर में जलस्तर ठीक करने के लिए 1 फुट तक चिकनी मिट्टी डाली गई।