पक्षियों को बचाने के लिए मुहिम का किया आगाज, बनाएंगे कृत्रिम घोंसले
डीएवी कालेज की ओर से शहरी क्षेत्र के पक्षियों की रक्षा और उनका पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में पक्षियों के संरक्षण को लेकर कृत्रिम घोंसला लगाने की कोशिश की जाएगी।
जासं, अमृतसर : डीएवी कालेज की ओर से शहरी क्षेत्र के पक्षियों की रक्षा और उनका पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में पक्षियों के संरक्षण को लेकर कृत्रिम घोंसला लगाने की कोशिश की जाएगी। इस तरह के घोंसले ज्यादा मेहनत का काम भी नहीं है और न ही ज्यादा खर्चीले है। पक्षियों को बचाने के लिए बेकार डिब्बे, फलों की पेटियों से घोंसला बनाकर लगाए जा सकते हैं।
डीएवी कालेज के प्रिसिपल डा. राजेश कुमार ने इको क्लब की ओर से पक्षी बचाओ अभियान का आगाज करके कहा कि घोंसले बनाने के लिए बेकार पड़ी प्लास्टिक की बोतलें आदि का उपयोग भी किया जाएगा। गोरैया से हमारा गहरा संबंध है, जहां आदमी, मवेशी है वहां गोरैया है। गोरैया अनाज के दाने चुगती है। घोंसला लगाने के लिए जगह की कमी के साथ-साथ बढ़ती गर्मी के वजह से गोरैया की संख्या में कमी आ रही है।
क्लब की कनवीनर प्रोफेसर निहिता शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों के साथ मिल कर शीघ्र ही कृत्रिम घोंसलों का निर्माण व वितरण किया जाएगा और साथ ही साथ लोगों को पक्षियों के लाभ से अवगत करवाया गया है। मौसम में असमय बदलाव, गर्मी के मौसम में भयानक गर्मी, सिकुड़ते जलीय स्त्रोत आज वन्यप्राणियों के लिए ही नहीं हमारे लिए भी जी का जंजाल बन गया है। अभी अभियान की शुरुआत दुग्र्याणा मंदिर के आस पास के इलाके में की गई है, लेकिन शीघ्र ही मुहिम का विस्तार अन्य क्षेत्रों में भी किया जाएगा। इस मौके पर क्लब के सदस्य डा. गगनदीप, डा. रघु राज, डा. साक्षी आदि मौजूद थे।