सरकार से गुहार, विशेष सुविधा दे बचाया जाए शॉल का व्यापार
शॉल इंडस्ट्री में चल रही मंदी के कारण शॉल ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से प्रधान नरिंदर शर्मा की अगुवाई में मीटिंग की।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : शॉल इंडस्ट्री में चल रही मंदी के कारण शॉल ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से प्रधान नरिंदर शर्मा की अगुवाई में मीटिंग की। इस मीटिग में सरकार से मांग की गई है कि शॉल उद्योग को सुविधा देकर बचाया जाए।
उन्होंने कहा कि यह इंडस्ट्री 100 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं। मगर मौजूदा समय में सरकार की अनदेखी के कारण इसकी हालत खराब होती जा रही हैं। कश्मीर के हालात खराब होने की वजह से अमृतसर का व्यापारी घबराया हुआ है, क्योंकि हर साल कश्मीरी लोग अमृतसर और लुधियाना सितम्बर महीने में आते है और शॉल, लोई, स्टॉल को ले जा कर हिन्दुस्तान के कोने-कोने में बेचते हैं। इसी साल हुए पुलवामा कांड के कारण एकदम काम बंद हो गया। उनका सारा माल वापस आ गया और व्यापारियों के लाखों रुपये भी फंसे हुए हैं। इसके अलावा जीएसटी में दो स्लैब के कारण भी इंडस्ट्री को काफी घाटा हो रहा है, क्योंकि एक हजार के नीचे पांच प्रतिशत और एक हजार रुपये के ऊपर 12 प्रतिशत हैं। इस कारण जो शाल, स्टॉल, लोई 850 की होती है, वह बिक्री बंद हो जाती है। एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि हमारी मोदी सरकार से मांग है कि जीएसटी को को एक ही स्लैब 5 प्रतिशत करें और कश्मीर के हालात जल्द सामान्य की दिशा में कदम उठाएं। इस मौके पर नीरज मल्होत्रा, नरिंदर शर्मा, संजय खन्ना, बिंट्टू, नवल, जीवन तलवाड़, विनोद अरोड़ा, सुनील अरोड़ा, अतुल, समीर अरोड़ा व अन्य मौजूद थे।