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करोड़ो की आइडीएच मार्केट में लाखों का व्यापार, दुकानदारों को ग्राहक का इंतजार

महानगर की एक ऐसी होलसेल आइडीएच मार्केट जहां पर रोजाना करोड़ों रुपये का व्यापार होता हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 05:13 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 07:20 PM (IST)
करोड़ो की आइडीएच मार्केट में लाखों का व्यापार, दुकानदारों को ग्राहक का इंतजार
करोड़ो की आइडीएच मार्केट में लाखों का व्यापार, दुकानदारों को ग्राहक का इंतजार

कमल कोहली, अमृतसर :

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महानगर की एक ऐसी होलसेल आइडीएच मार्केट जहां पर रोजाना करोड़ों रुपये का व्यापार होता हैं, पर अब कोरोना संक्रमण के कारण लगाए लॉकडाउन के कारण हालात विपरीत हो गए हैं। इस मार्केट में अब व्यापार लाखों रुपये तक सीमित रह गया हैं। कोरोना संक्रमण के कारण अभी महानगर की दुकानों में ग्राहकों कीकाफी कमी आई हैं, वहीं अन्य शहरों व गांवो से भी ग्राहकों की कमी होने से आइडीएच मार्केट में व्यापार ठप्प हो गया हैं। महानगर की आइडीएच मार्केट से हर तरह का सामान मिलता हैं। थोक ग्राहक के कारण इस मार्केट की पहचान हैं पर रिटेल में भी ग्राहक मार्केट में आ जाता हैं। कफर्यू के बाद खुली दुकानों में दुकानदार प्रात: आ जाते हैं पर ग्राहकों के इंतजार में दुकानदारों की आंखें थक जाती हैं।

दूसरे जिले के लोग भी करते हैं खरीददारी

दुकानदारों का मानना हैं कि रिटेल दुकानदार अभी ज्यादा सामान खरीदने के मूड में नही हैं, क्योंकि ग्राहक अभी आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। आइडीएच मार्केट के चेयरमैन सुरेंदर जैन ने कहा कि इस मार्केट में अमृतसर के अलावा जिला गुरदासपुर, पठानकोट, बटाला, दीनानगर व अन्य कई क्षेत्रों से लोग होलसेल में सामान खरदने आते हैं, पर अभी ट्रांस्पोर्ट व बसों का परिचलन सही ढंग से न होने कारण इन जगहों सेग्राहक नहीं आ रहा हैं। क्फर्यू के कारण दुकानदार पहले ही मंदी के दौर में फंस गए हैं। सरकार को सभी दुकानदारों के लिए विशेष आर्थिक सुविधाएं व टैक्स को माफ करने की घोषणा करनी चाहिए। दिन भर ग्राहक नहीं आते नजर

होजरी विक्रेता दुकानदार अशोक कुमार ने कहा कि गर्मियों का हौजरी का सीजन कोरोना संक्रमण कारण बर्बाद हो गया हैं। हौजरी की बिक्री करीब 75 प्रतिशत प्रभावित हुई है। हरेक ट्रेड का काफी नुक्सान हुआ हैं। दुकानदार दलजीत बिल्लु ने कहा कि अब जब तक कोरोना का भय हैं, दुकानदारों की आर्थिक स्थिति में सुधार नही हो सकता हैं। दुकानदार बिल्कुल बेकार होगए हैं। सिर्फ दुकानं खुली हैं पर ग्राहकों की काफी कमी हैं। सरकार को ऐसी योजना बनानी चाहिए कि जिससे व्यापार प्रफुल्लित हो। बुटीक में रौनक हुई कम

बुटीक का सामान बेचने वाले दुकानदार मनीश अग्रवाल ने कहा कि महानगर में बुटीक की दुकानें बिल्कुल बंद हैं। लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई हैं, जिसका कुप्रभाव बुटीक का सामान बेचने वालो पर पड़ा हैं। यदि हालात ऐसे रहे तो दुकानें बंद करने पर मजबूर होना पड़ेगा। दुकानदार सन्नी महाजन ने कहा कि लॉकडाउन के कारण विवाह का सीजन निकल गया हैं, जिसके कारण उनका कार्य काफी प्रभावित हुआ हैं।


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