फताहपुर जेल की सुरक्षा करेंगे सीआरपीएफ जवान
फताहपुर जेल में सीआरपीएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
नवीन राजपूत, अमृतसर
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने विगत में ड्रोन से हथियारों की खेप भेजी थी। इसका खुलासा होने के बाद केंद्र सरकार ने पंजाब की जेलों में सीआरपीएफ (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) तैनात कर दी है। दरअसल, फताहपुर जेल में बंद मान सिंह ने ही पाकिस्तान और जर्मन में बैठे आतंकियों से हेरोइन की डिलीवरी मंगवाई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र ने पहले चरण में अमृतसर, लुधियाना, बठिडा और कपूरथला जेल में सीआरपीएफ की एक-एक कंपनी को तैनात कर दिया है। जेल सुपरिटेंडेंट अर्षदीप सिंह ने बताया कि फिलहाल 80 जवान तैनात किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर एक कंपनी और बुलाई जा सकती है।
फताहपुर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर्स व हेरोइन तस्करों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में जेल प्रबंधन पूरी तरह से विफल रहा है। सीआरपीएफ की तैनाती के बाद अब सरकार प्रत्येक आतंकी, गैंगस्टर्स और तस्कर पर पैनी नजर रख सकेगी। सीआरपीएफ के 80 जवान प्रत्येक बैरक, टावर और ड्योढ़ी में रहकर निगरानी करेंगे। जेल में मोबाइल चलाने वालों पर भी सख्ती से शिकंजा कसा जाएगा।
जेल के चिन्हित मुलाजिमों पर भी है नजर
जेल में नशा सप्लाई करने को लेकर जहां जेल प्रबंधन हवालाती और कैदियों को पकड़ता रहा है, वहीं आरोपितों तक नशा पहुंचाने वाले अपने मुलाजिमों की भी समय-समय पर धरपकड़ होती रही है। बताया जा रहा है कि जेल के कुछ चिन्हित मुलाजिमों की सूची पहले से सीआरपीएफ के जवानों थमाई गई है। जवान उन मुलाजिमों पर पूरी नजर रखेंगे। मौका मिलते ही सबूत के साथ उन्हें धर लिया जाएगा।
कैदियों से मुलाकात करने वालों पर भी रहेगी नजर
सीआरपीएफ के जवान जेल की ड्योढ़ी और उसके आसपास रहकर कैदियों व हवालातियों से मिलने आने वाले उनके परिजन (मुलाकातियों) पर भी नजर रखेंगे। हालांकि इस बाबत पहले से जेल प्रबंधन की तरफ से रिकार्ड (मिलने वालों का खाका) तैयार किया जाता है, लेकिन अब सीआरपीएफ के जवान भी अपने स्तर पर मुलाकातियों का रिकार्ड रखेंगे। संदिग्ध मुलाकाती को तुरंत राउंडअप कर लिया जाएगा।
दो साल में मारपीट के 23 मामले हुए, 108 मोबाइल मिले
फताहपुर जेल में पिछले दो साल में मारपीट की 23 वारदातें हो चुकी हैं। इनमें कई लोग घायल हुए। इसके साथ ही दो साल में 108 मोबाइल बरामद हुए। हेरोइन, नशीली दवाएं, बीड़ी के बंडल, चरस और अफीम के कई मामले दर्ज हैं।
यह षडयंत्र रचे जा चुके हैं जेल से
- 2018 : हेरोइन तस्कर एरिक मसीह को जेल से नशा तस्करी के आरोप में प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जा चुका है।
- 2015 : कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया पर जेल से नशा तस्करी, सुपारी किलिग और फिरौती के आरोप हैं।
- 2017 : कुख्यात तस्कर बोबी मल्होत्रा पर जेल से ही नशा तस्करी के गिरोह ऑपरेट करने के आरोप हैं।
- 2007 : निहंग मुखी बाबा पूहला को भी जेल में पेट्रोल छिड़क कर जला दिया गया था।