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राशन गायब होने की करवाई जाए न्यायिक जांच: माकपा

। माकपा की जिला कार्यकारिणी कमेटी ने मांग की है कि कोरोना काल के दौरान जरूरतमंदों के लिए आए राशन के गायब होने की न्यायिक जांच करवाई जाए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Aug 2020 11:23 PM (IST)Updated: Sun, 23 Aug 2020 11:23 PM (IST)
राशन गायब होने की करवाई जाए न्यायिक जांच: माकपा
राशन गायब होने की करवाई जाए न्यायिक जांच: माकपा

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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माकपा की जिला कार्यकारिणी कमेटी ने मांग की है कि कोरोना काल के दौरान जरूरतमंदों के लिए आए राशन के गायब होने की न्यायिक जांच करवाई जाए।

पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपयों का राशन सत्ताधारी पार्टी के नेताओं, फूड व सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों तथा डिपो होल्डरों की कथित मिलीभगत से गायब कर दिया गया। इसके लिए पार्टी की ओर से सारा ब्यौरा इकट्ठा किया जा रहा है। पार्टी वर्करों द्वारा इसके लिए गांव-गांव में सर्वे किया जा रहा है। इस संबंधी पार्टी की ओर से जल्द ही राजफाश किया जाएगा।

माकपा के जिला सचिव सुच्चा सिंह अजनाला ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए आए सरकारी राशन मे हुए घोटाले की जांच को नजर अंदाज किया जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों के लिए जो राशन बांटने के लिए आया था वह राशन जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचा। इस राशन को बाहर से ही गायब कर दिया गया। इस मुद्दों को लेकर पार्टी शुरू से ही जांच के आवाज उठाती आ रही है। डीसी को ज्ञापन सौंपा गया, मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया। फूड व सिविल सप्लाई अधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करके पार्टी ने ज्ञापन सौंपा परंतु अभी तक न तो जांच की गई और नही किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है। बहुत सारे जरूरतमंदों को निर्धारित राशन भी नहीं दिया गया। इस के चलते बहुत सारे मजदूरों को पैदल अपने अपने राज्यों को वापस जाना पड़ा। अलग-अलग विधान सभाओं के विधायकों ने राशन वितरण के उस समय के दौरान ट्रक रवाना किए। परंतु ट्रक का राशन कहां गया। किसी को भी राशन नहीं मिला। जरूरतमंदों को जो कुछ मिला व सिर्फ एनजीओ की ओर से दिया गया। सरकारी राशन सारा गायब हो गया। इसका सारा रिकॉर्ड पार्टी जल्द सार्वजनिक करेगी।


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