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पुलिसवाले ने बेच दी कर्जे वाली कोठी, परेशान दंपती ने की आत्महत्या

एक दंपती ने बुधवार सुबह कारोबार में घाटा और कोठी पर बढ़ रहे कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 12:15 AM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 12:15 AM (IST)
पुलिसवाले ने बेच दी कर्जे वाली कोठी, परेशान दंपती ने की आत्महत्या
पुलिसवाले ने बेच दी कर्जे वाली कोठी, परेशान दंपती ने की आत्महत्या

जागरण संवाददाता, वेरका. अमृतसर : मजीठा रोड थानांतर्गत पड़ते फेयरलैंड कालोनी में एक दंपती ने बुधवार सुबह कारोबार में घाटा और कोठी पर बढ़ रहे कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि उन्होंने गुरविदर सिंह नाम के पुलिसकर्मी से कोठी खरीदी थी। बाद में पता चला कि कोठी पर 16 लाख रुपये का कर्ज है। अब बैंक अधिकारी कोठी कब्जाने की धमकी दे रहे थे। वहीं दूसरी तरफ कारोबार में घाटा होने पर सुनील और उसकी पत्नी मोनिका बैंक का भुगतान नहीं कर पा रहे थे। दोनों ने दीवार पर सुसाइड नोट लिख आत्महत्या कर ली। उधर, एसीपी नॉर्थ सरबजीत सिंह बाजवा ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर पुलिसकर्मी गुरविदर सिंह, दुकान के नौकर थोमस और लवनीत सिंह पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। फिल्हाल सभी फरार हैं।

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विशाल ने बताया कि लगभग 24 साल पहले उनकी बहन मोनिका (44) की शादी सुनील कुमार (50) के साथ हुई थी। दोनों अपने दो बेटों दानिश (18), साहिल (20) और मां शारदा के साथ रह रहे थे। उनके जीजा की खानकोट गांव में न्यू मेडिकल नाम से दवा की दुकान है। कुछ समय पहले सुनील ने फेयरलैंड कालोनी में पुलिसकर्मी गुरविंदर सिंह से कोठी खरीदी थी। कोठी पर पुलिसकर्मी ने बैंक से 16 लाख रुपये कर्ज ले रखा था, जबकि उसने सिर्फ चार लाख रुपये बताए थे। पुलिस वाले ने झांसा देकर सुनील को अपनी कोठी का कब्जा दे दिया और पैसे ले लिए। इसके बाद आरोपित गुरविदर सिंह रजिस्ट्री नहीं करवा रहा था। उधर, बैंक को जब किश्तें समय पर नहीं मिली तो उन्होंने कोठी पर कब्जा करने के लिए सुनील को कह दिया। इससे सुनील काफी परेशान हो गया।

विशाल ने बताया कि इसी तरह खानकोट क्षेत्र में चल रहे मेडिकल स्टोर पर काम करने वाला मुलाजिम थोमस भी दुकान में लगातार घाटा दिखा रहा था। परिवार को अब आर्थिक तंगी होने लगी थी। बैंक, थोमस, पुलिसकर्मी गुरविदर सिंह और लवनीत सिंह नाम के एक व्यक्ति से दोनों पति-पत्नी काफी परेशान हो गए थे। बुधवार की सुबह दोनों ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सुबह जब काफी देर तक दोनों नहीं उठे तो सुनील की मां शारदा देवी और बेटा साहिल कमरे में पहुंच गए। वहां मोनिका की लाश बिस्तर पर थी और सुनील का शव पंखे से झूल रहा था।

लवनीत से लेने थे 60 हजार रुपये

पुलिस जांच में सामने आया कि सुनील ने कुछ समय पहले प्रापर्टी डीलर का कारोबार भी शुरू किया था। उसने कुछ समय पहले लवनीत सिंह नाम के युवक को दुकान लेकर दी थी। आरोपित से 60 हजार रुपये लेने थे, जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा था। सुनील कई बार लवनीत सिंह से उक्त पैसे मांग चुका था, लेकिन पैसे नहीं मिलने से वह परेशान हो चुका था।

दीवार पर पांच लाइन का लिखा सुसाइड नोट

सुनील ने आत्महत्या को अंजाम देने से पहले घर की दीवार पर पांच लाइन का सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें लवनीत सिंह, पुलिसकर्मी गुरविदर सिंह और मेडिकल स्टोर के नौकर थोमस को मौत का जिम्मेदार बताया गया है। इसके साथ ही बेटे साहिल के लिए लिखा गया था कि वकील को आत्महत्या के बारे में जानकारी दे दी जाए।

पिछले तीन साल से मिले कई धोखे

परिवार के एक करीबी ने बताया कि सुनील और मोनिका व्यवहार से काफी अच्छे थे। सदा जरूरतमंदों की मदद करने में आगे रहते थे, लेकिन पिछले तीन साल से उन्हें ज्यादातर धोखे मिले। इस कारण वह परेशान हो चुके थे। अब वह पुलिसकर्मी गुरविदर सिंह, नौकर थोमस और लवनीत सिंह से काफी दुखी हो चुके थे।

पोस्टमार्टम में होगा मौत के कारण का खुलासा - एसीपी

एसीपी सरबजीत सिंह बाजवा ने बताया कि मजीठा रोड थाने की पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवा दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि मोनिका और सुनील की मौत के कारण क्या हैं। आशंका जताई जा रही है कि मोनिका ने जहरीला पदार्थ निगला है। उसके बाद सुनील ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। चर्चा यह भी थी कि सुनील का लटकता शव देखकर मोनिका को दिल का दौरा पड़ा है।


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