Corona virus Alert: अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी रद, इटली से आए नागरिकोंं को वापस लौटाया
Corona virus पंजाब में भी कोरोना वायरस पांव पसारने लगा है। 13 लोगों में कोविड-19 (Kovid-19) के लक्षण होने का पता चला है। वहीं इटली के नागरिकों को लौटने के लिए कहा गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़/अमृतसर। पंजाब में भी कोरोना वायरस पांव पसारने लगा है। वीरवार तक 13 लोगों में कोविड-19 (Kovid-19) के लक्षण होने का पता चला है। उधर, अटारी सीमा पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि इस समय पर पंजाब में कुल 5795 ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने प्रभावित मुल्कों की यात्रा की। सिद्धू ने कहा कि स्थिति पूरी तरह काबू में है और किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है। उन्होंने लोगों को घबराहट में न आने की अपील की। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीमें बनाई गई हैं। इटली से अमृतसर पहुंचे 13 नागरिकों को लौटने के लिए कहा गया है।
वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना के मामले रिपोर्ट होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर अलर्ट घोषित कर डॉक्टरों की तैनाती कर दी है। इस सीमा से होकर आने वाले हर नागरिक की जांच की जाएगी। किसी ने जांच से इन्कार किया, तो उसे मेडिकली अरेस्ट किया जाएगा। वहीं, श्री करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को मास्क पहन कर जाने की हिदायत दी गई है। वीरवार को 435 श्रद्धालु पाक गए। सभी श्रद्धालुओं को मास्क दिए गए। हर श्रद्धालु की टर्मिनल पर जांच की जा रही है। उन्हें सख्त हिदायत दी जा रही है कि वे पाकिस्तान में किसी नागरिक के गले न मिलें। किसी से हाथ न मिलाएं। खाने-पीने से परहेज करें। वापस आते समय कोई वस्तु लेकर न आएं। यहां तक की पानी भी लेकर आने में पाबंदी है।
एसएमओ गुरदियाल सिंह ध्यानपुर का कहना है कि पूरी सावधानी बरत रहे हैं। अमृतसर के प्रमुख धार्मिक स्थलों श्री हरिमंदिर साहिब व दुग्र्याणा मंदिर में भी जांच केंद्र शुरू हो गए हैं। पंजाब के सभी हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं, वीरवार को बठिंडा में एक व्यक्ति को जांच के लिए भर्ती किया गया। उसके सैंपल पुणे भेजे गए हैं।
रिट्रीट सेरेमनी स्थगित
भारत सरकार की हिदायतों पर कोरोना वायरस से निपटने के लिए अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी को स्थगित कर दिया गया है। राष्ट्रीय ध्वज उतारने की रस्म होगी मगर सैलानियों का इसमें शामिल होने पर अगले हुक्मों तक प्रतिबंधित किया गया है। डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने शुक्रवार को यह बात मेडिकल एडवाइजरी जारी करने के बाद कही। ढिल्लों ने कहा कि रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए रोजाना 25 से 30 हजार तक सैलानी पहुंचते हैं। इस वक्त सैलानियों में बहुत जोश होता है और लोग जोर-जोर से नारे लगाते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति दूसरों को इसकी चपेट में ले सकता है।
इटली से आए नागरिक।
इटली के 13 नागरिकों को वापस लौटने को कहा
कोरोना वायरस की भारत में दस्तक के बाद अब सरकार किसी भी तरह का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती। अमृतसर में बीते वीरवार को इटली से आए 13 नागरिकों को स्थानीय प्रशासन ने एक होटल में नजरबंद किया था। ये नागरिक पहले इटली से दिल्ली पहुंचे और उसके बाद निजी वाहन के जरिए अमृतसर पहुंचे थे। वीरवार रात सभी श्री हरिमंदिर साहिब से कुछ दूरी पर स्थित होटल रमाडा में रुके थे। जिला प्रशासन को जब इस बात की जानकारी मिली तो रात को ही होटल को सील कर दिया गया। होटल में रुके इटली नागरिकों के अलावा अन्य लोगों को भी अपने कमरों से बाहर न आने के आदेश जारी कर दिए। होटल के बाहर पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए।
शुक्रवार सुबह प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीमें होटल पहुंचीं। एसडीएम विकास हीरा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने सभी नागरिकों का परीक्षण किया। चिकित्सकीय परीक्षण में किसी भी इटेलियन नागरिक में कोरोना वायरस के लक्षण तो नहीं पाए गए, पर जिला प्रशासन ने इन्हें स्पष्ट कहा कि वह इस होटल में नहीं रुक सकते। उन्हें या तो इटली लौटना होगा या फिर 14 दिन तक अस्पताल की आइसोलेशन वॉर्ड में रुकना होगा। प्रशासन के आदेश के बाद सभी लोग प्राइवेट वाहन से दिल्ली रवाना हो गए।
सिविल सर्जन डॉ. प्रभदीप कौर जौहल ने इन नागरिकों के बारे में स्वास्थ्य विभाग पंजाब के अधिकारियों को जानकारी दे दी हैं। विभाग ने दिल्ली स्वास्थ्य विभाग को बता दिया है कि ये लोग प्राइवेट वाहन पर सवार होकर दिल्ली आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली पहुंचते ही इन नागरिकों को इटली रवाना कर दिया जाएगा।
प्रशासन की कार्रवाई ने खड़े किए कई सवाल
इटली से आए ये नागरिक भारत भ्रमण पर निकले थे। गत 28 फरवरी को इटली से दिल्ली पहुंचे थे। यहां से हैदराबाद, हरिद्वार, मुज्जफराबाद इलाहाबाद, चंडीगढ़ सहित कई स्थानों से होकर बीते वीरवार को प्राइवेट वाहन से अमृतसर पहुंचे थे। सवाल यह है कि ये नागरिक पिछले एक सप्ताह से भारत में थे तो क्या इनकी कहीं स्क्रीनिंग नहीं हुई? यदि अमृतसर में इनमें कोरोना वायरस संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया गया तो फिर इन्हें वापस क्यों भेजा गया? इन सवालों का जवाब देने में प्रशासनिक अधिकारी कतरा रहे हैं।
होटल में बिना मास्क घूमते रहे
सभी इटेलियन लोग होटल में बिना मास्क पहने घूम रहे थे। इनमें से कुछ होटल में धूम्रपान भी कर रहे थे। वीरवार को जब प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीमें होटल पहुंचीं तो ये लोग होटल के बाहर खड़े थे। टीम इन्हें ढूंढते हुए अंदर चली गई। बाद में पता चला कि ये लोग बाहर सिगरेट के कश खींच रहे हैं तो टीम ने उन्हें अदंर बुलाया और चिकित्सकीय परीक्षण करवाया। एसडीएम विकास हीरा ने कहा कि इनमें से कोई संक्रमित नहीं था। हमने एक मॉक ड्रिल की तरह यहां काम किया है।
शिअद की सियासी कॉन्फ्रेंस रद
रूपनगर में शिअद ने होला महल्ला पर होने वाली सियासी कॉन्फ्रेंस रद कर दी है। शिअद उपाध्यक्ष डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि यह कॉन्फ्रेंस नौ मार्च को होनी थी।
बायोमीट्रिक से हाजिरी पर पाबंदी
पंजाब में सरकार ने सभी विभागों में बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर पाबंदी लगा दी है। विभागों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि रजिस्टर पर ही हाजिरी लगाएं।
अमृतसर में नोडल अफसर का इस्तीफा
अमृतसर में कोरोना वायरस की जांच के लिए नोडल ऑफिसर नियुक्त की गईं डॉ. नवदीप कौर ने त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने फरवरी में ही इस जिम्मेदारी से इन्कार कर दिया था। डॉ. नवदीप ने कहा कि उनका तीन साल का बच्चा है और काम का तनाव ज्यादा है। इसलिए वे त्यागपत्र दे रही हैं। वहीं, सूत्रों के अनुसार उन्होंने कोराना वायरस के संक्रमण के डर से ऐसा कदम उठाया है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें