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कोरोना ने बंद किया ईएसआइ अस्पताल का एक्सरे विभाग

। कोरोना वायरस हद से आगे बढ़ रहा है। मानवीय जीवन को क्षति पहुंचाने के साथ-साथ इस वायरस ने चिकित्सा सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 12:02 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 12:02 AM (IST)
कोरोना ने बंद किया ईएसआइ  अस्पताल का एक्सरे विभाग
कोरोना ने बंद किया ईएसआइ अस्पताल का एक्सरे विभाग

नितिन धीमान, अमृतसर

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कोरोना वायरस हद से आगे बढ़ रहा है। मानवीय जीवन को क्षति पहुंचाने के साथ-साथ इस वायरस ने चिकित्सा सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। इसका ताजा उदाहरण ईएसआइ अस्पताल है। इस अस्पताल में कोरोना वायरस ने रेडियोलॉजी विभाग ही बंद करवा दिया। वहीं इस अदृश्य वायरस की असीम शक्ति के सम्मुख ईएसआइ अस्पताल कमजोर साबित हुआ है।

दरअसल, एक्सरे विभाग में तीन रेडियोग्राफर लगाए गए थे। इनमें से दो कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट हुए, जबकि तीसरा रेडियोग्राफर इसलिए क्वारंटाइन किया गया कि कहीं वह उक्त दोनों के संपर्क में आकर संक्रमण ग्रस्त न हो गया है। तकरीबन एक सप्ताह बीत चुका है। तीसरे रेडियोग्राफर की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई, पर नियमानुसार उसे चौदह दिन तक क्वारंटाइन रहना ही होगा। ईएसआइ अस्पताल प्रशासन ने एक सप्ताह पहले ही एक्सरे विभाग को सैनिटाइज्ड करवाकर तालाबंद कर दिया। सिर्फ इसलिए क्योंकि यहां रेडियोग्राफर नहीं। हालांकि अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल, सिविल अस्पताल व शहर एवं देहात में स्थित सरकारी अस्पतालों में रेडियोग्राफर्स की बड़ी फौज है, पर अस्पताल प्रशासन ने विभाग से रेडियोग्राफर की मांग नहीं की।

इसका दुष्परिणाम यह निकल रहा है कि ईएसआइ अस्पताल में एक्सरे नहीं हो रहे। ऑर्थो विभाग, सर्जिकल व मेडिसिन विभाग सहित इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का एक्सरे अनिवार्य रूप से करवाया जाता है, पर इन दिनों में मरीजों को निराश होकर लौटाया जा रहा है। इमरजेंसी हालत में आए मरीजों का एक्सरे तो करवाना ही है, इसलिए उन्हें निजी डाग्यनोस्टिक सेंटर भेजा जा रहा है। वहीं कुछ मरीज गुरुनानक देव अस्पताल में एक्सरे करवाने पहुंचते हैं, पर यहां लंबी लाइन होने की वजह से निराश होकर लौट आते हैं।

अब सवाल यह है कि क्या कोरोना वायरस इतना ताकतवर हो गया कि स्वास्थ्य सेवाओं की रफ्तार रोक दे? ऐसा नहीं है, पर विभाग की लापरवाही की वजह से कोरोना अपनी हठ नहीं छोड़ रहा। रेडियोग्राफर तैनात करे सरकार

सामाजिक कार्यकर्ता राजिदर शर्मा आजाद का कहना है कि सरकार कोरोना आपदा कहीं भी आ सकती है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े महत्वपूर्ण विभाग को इस तरह बंद करना ठीक नहीं। स्वास्थ्य विभाग गुरुनानक देव अस्पताल से रेडियोग्राफर को बुलाकर ईएसआइ अस्पताल में सेवाएं ले सकता है।

एमएस साहब पटियाला में हैं

पटियाला से अमृतसर में स्थानांतरित हुए ईएसआइ अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. प्रेमपाल गिल भी अस्पताल की कार्यविधि सुचारू ढंग से चलाने के लिए गंभीर नहीं। वीकेंड पर वे पटियाला चले जाते हैं। कुछ माह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ईएसआइ अस्पताल पहुंचे थे तब भी डॉ. प्रेमपाल अस्पताल में नहीं, पटियाला में थे। मंत्री ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। एक्सरे यूनिट बंद होने के संबंध में उन्हें कई बार फोन किया गया, पर उन्होंने रिसीव नहीं किया। अस्पताल के एक कर्मचारी ने बताया कि साहब पटियाला गए हैं। जल्द शुरू होगा रेडियोलॉजी विभाग

ईएसआइ विभाग के डायरेक्टर जीएस महमी का कहना है कि इस संबंध में मुझे स्थानीय प्रशासन ने जानकारी नहीं दी। मैं पता करवा लेता हूं। अमृतसर के सरकारी अस्पतालों में जहां रेडियोग्राफर की संख्या अधिक है, वहां से एक रेडियोग्राफर ईएसआइ अस्पताल लगाकर एक्सरे शुरू किए जाएंगे।


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