बेटे को जन्म देकर चल बसी कोरोना संक्रमित मां
कोरोना संक्रमित एक मां अपने आंचल की खुशियां नवजात शिशु को नहीं दे पाई। बच्चे को जन्म देने के बाद मां की मौत हो गई। दरअसल 27 वर्षीय ममता को 30 मई को गुरु नानक देव अस्पताल में एडमिट किया गया था। वह जालंधर के इंदिरा कालोनी की रहने वाली थी।
जागरण संवाददता, अमृतसर : कोरोना संक्रमित एक मां अपने आंचल की खुशियां नवजात शिशु को नहीं दे पाई। बच्चे को जन्म देने के बाद मां की मौत हो गई। दरअसल, 27 वर्षीय ममता को 30 मई को गुरु नानक देव अस्पताल में एडमिट किया गया था। वह जालंधर के इंदिरा कालोनी की रहने वाली थी। नियमानुसार कोरोना जांच की गई। जांच में महिला संक्रमित पाई गई। गायनी डाक्टरों ने महिला की सुरक्षित डिलीवरी की। बेटे का जन्म हुआ। बुधवार की सुबह तकरीबन चार बजे ममता की मौत हो गई।
डाक्टरों के अनुसार महिला कोरोना की वजह से ममता निमोनिया की चपेट में आ गई। कोरोना वैक्सीन उसने नहीं लगवाई थी। कोरोना नियमों के तहत डाक्टरों की टीम ने पीपीई किट्स पहनकर उसकी डिलीवरी की। डिलीवरी की प्रक्रिया पूर्णत: सुरक्षित ढंग से की गई। इस दौरान बच्चे का जन्म हुआ। बच्चे के जन्म के कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई। नवजात शिशु का जन्म सामान्य अवस्था में हुआ है, लेकिन मां के संक्रमित होने की वजह से उसका कोविड टेस्ट करवाया गया है। आमतौर पर कोरोना संक्रमित मां की कोख से जन्म लेने वाले शिशु कोरोना संक्रमित नहीं होते। फिर भी वीरवार तक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
ब्लैक एंड व्हाइट फंगस, एक-एक मरीज मिला : जिले में ब्लैक फंगस के साथ व्हाइट फंगस के केस भी रिपोर्ट हो रहे हैं। बुधवार को व्हाइट फंगस का तीसरा मरीज रिपोर्ट हुआ है। यह मरीज गुरुनानक देव अस्पताल में उपचाराधीन है। वहीं ब्लैक फंगस से संक्रमित भी एक मरीज मिला है। दोनों ही कोरोना संक्रमित हैं। अब जिले में ब्लैक फंगस पाजिटिव मरीजों की संख्या 34 हो चुकी है। इनमें से चार की मौत हो चुकी है, जबकि पांच स्वस्थ हुए हैं। अब एक्टिव केस 25 हैं। इसी तरह व्हाइट फंगस के कुल तीन मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं।