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सेहत सेवाओं पर कोरोना ने किया अटैक, जीएनडीएच में नहीं होगी इलेक्टिव सर्जरी

वैश्विक समस्या बन चुके कोरोना वायरस ने अब स्वास्थ्य सेवाओं पर भी प्रहार कर दिया है। पंजाब के प्रमुख चिकित्सा संस्थान गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) में अगले आदेश तक वैकल्पिक शल्य चिकित्सा यानि इलेक्टिव सर्जरी नहीं होगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Mar 2021 06:29 PM (IST)Updated: Sat, 27 Mar 2021 06:29 PM (IST)
सेहत सेवाओं पर कोरोना ने किया अटैक, जीएनडीएच में नहीं होगी इलेक्टिव सर्जरी

जागरण संवाददाता, अमृतसर : वैश्विक समस्या बन चुके कोरोना वायरस ने अब स्वास्थ्य सेवाओं पर भी प्रहार कर दिया है। पंजाब के प्रमुख चिकित्सा संस्थान गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) में अगले आदेश तक वैकल्पिक शल्य चिकित्सा यानि इलेक्टिव सर्जरी नहीं होगी। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग ने यह आदेश जारी किया है।

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अमृतसर में संक्रमितों की संख्या अब 300 पार हो चुकी है। ऐसे में जीएनडीएच में भी 117 गंभीर संक्रमित उपचाराधीन हैं। 100 से अधिक संक्रमितों के होने की वजह से यह निर्णय लिया गया है। अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 20 से 25 इलेक्टिव सर्जरी की जाती रही हैं। अब कोरोना के प्रकोप की वजह से सर्जरी की प्रक्रिया बंद कर संक्रमितों की तीमारदारी पर विभाग जोर लगा रहा है।

दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि इलेक्टिव सर्जरी से पहले हर मरीज का कोविड टेस्ट करवाया जाता है। इसमें कई कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं। इससे स्टाफ के भी संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है। इलेक्टिव सर्जरी के लिए डाक्टर पूरा दिन आपरेशन थिएटर में रहते हैं। इससे कोरोना मरीजों की तीमारदारी का क्रम रुक जाता है और मरीज के अटेंडेंट विरोध करते हैं। विभाग ने अस्पताल की ओपीडी में भी मरीजों की संख्या सीमित कर दी है। अति जरूरी होने पर ही मरीज ओपीडी में डाक्टर के पास आ सकेगा। इसके अतिरिक्त अस्पताल की सभी इनडोर वा‌र्ड्स में कोरोना मरीजों को ही रखा जाएगा। इससे पूर्व 11 अगस्त 2020 को भी कोरोना के प्रकोप की वजह से इलेक्टिव सर्जरीज बंद की गई थीं। इस तरह समझें, क्या है इलेक्टिव सर्जरी

इलेक्टिव सर्जरी से अभिप्राय उन मरीजों से है जिन्हें सर्जरी की जरूरत है, पर इमरजेंसी नहीं है। उदाहरण के तौर पर पित्ते की पथरी, बच्चेदानी रिमूव करना, घुटना बदलना इत्यादि। इन सर्जरी को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। इन्हें प्लान्ड सर्जरी कहा जाता है। हालांकि इमरजेंसी केसेज मसलन, किसी हादसे में हड्डी टूट जाना, दिमाग पर चोट लगना, आंत फट जाना, गर्भवती महिलाओं की सर्जरी सहित किसी भी प्रकार की इमरजेंसी में गुरु नानक देव अस्पताल के डाक्टर सर्जरी करेंगे।


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