कांग्रेस ने फतेह किट में किया घोटाला, जांच हो तो कई नेता होंगे बेनकाब : भंडारी
पंजाब की सत्ता पर काबिज कांग्रेस पार्टी लोगों की लाशों पर भी नोट गिन रही है। कांग्रेस को कोरोना काल में लोगों पर तरस नहीं आया और मरीजों को दी जाने वाली फतेह किट की खरीद में घपला कर दिया। यह फतेह किट जनता को मिल भी नहीं रही।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पंजाब की सत्ता पर काबिज कांग्रेस पार्टी लोगों की लाशों पर भी नोट गिन रही है। कांग्रेस को कोरोना काल में लोगों पर तरस नहीं आया और मरीजों को दी जाने वाली फतेह किट की खरीद में घपला कर दिया। यह फतेह किट जनता को मिल भी नहीं रही। यह आरोप पंजाब भाजपा की कोरोना हेल्पलाइन 'सेवा ही संगठन' के सेवा कार्यो के प्रमुख व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज भंडारी ने लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि फतेह किट तथा वैक्सीनेशन कैंपों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। यही हाल मरीज के लिए आखिरी उम्मीद टोसिलिजुमब टीके का है। यह टीके मंत्री व कांग्रेस नेता सिर्फ अपने चहेतों को ही देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फतेह किट की खरीद में मंत्रियों के चहेतों की मांग के अनुसार ही टेंडर के नियम बनाए गए हैं। 26 करोड़ की इस खरीद में घोटाला हुआ है। एक सप्लायर ने जहां 837 रुपये का रेट दिया, वहीं उसे 940 रुपये के हिसाब में आर्डर दिया गया। वहीं एक सप्लायर ने 1226 रुपये में किट सप्लाई की, उसी को 10 दिन बाद 100 रुपये ज्यादा पर डेढ़ लाख किट का और आर्डर दे दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दावा किया कि पिछले साल में स्वास्थ्य सेवाओं पर 1000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। भंडारी ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार को कोरोना की वैक्सीन का रेट तय होने का गुस्सा है, क्योंकि अब यह इसमें हेरा-फेरी नही कर सकेंगे। हालांकि कांग्रेस सरकार ने अब यह कहना शुरू कर दिया कि वह वैक्सीन की खरीद बाहरी कंपनियों से करेंगे।