सीकेडी के स्थानीय अध्यक्ष के पद पर नहीं बन रही सहमति
चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) के स्थानीय अध्यक्ष के खाली पद को लेकर दीवान मे ग्रुपबाजी गहरी होती जा रही है।
जासं, अमृतसर : चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) के स्थानीय अध्यक्ष के खाली पद को लेकर दीवान मे ग्रुपबाजी गहरी होती जा रही है। इस पद पर तय किए नामों पर सहमति न बनने के कारण यह नियुक्ति लटक रही है। दीवान का एक विरोधी ग्रुप अपने प्रतिनिधि को अध्यक्ष पद पर नियुक्त करने की दौड़ में लगा है। परंतु दीवान का नेतृत्व इसके लिए सहमत नहीं है। इस वक्त दीवान में तीन ग्रुप काम कर रहे है और तीनों एक दूसरे के खिलाफ हैं।
दरअसल, दीवान के सत्ताधारी ग्रुप ने एक ग्रुप के साथ वादा किया था कि उनका प्रतिनिधि ही स्थानीय अध्यक्ष लगाया जाएगा, क्योंकि इस पद पर चुने गए हरमिदर सिंह फ्रीडम का कुछ समय पहले देहांत हो गया था। सत्ताधारी व विरोधी ग्रुप में समझौता हुआ था कि जिस ग्रुप के साथ फ्रीडम का संबंध था, उसी ग्रुप के प्रतिनिधि को अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। पहले विरोधी ग्रुप ने एक उस व्यक्ति का नाम पेश किया जो किसी समय एक वर्ष तक दीवान के अध्यक्ष पद पर एक्टिंग प्रधान की जिम्मेदारी निभा चुका है। समझौते के तहत कार्यकारिणी की बैठक में निष्कासित किए ग्रुप के चार सदस्यों को बहाल कर दिया गया। अब मामला दीवान के स्थानीय अध्यक्ष पद को लेकर लंबित है। विरोधी ग्रुप ने दूसरा नाम जिस व्यक्ति का स्थानीय अध्यक्ष पद के लिए पेश किया, उसको लेकर सत्ताधारी ग्रुप के ही कई सदस्यों ने विरोध जता दिया।
दीवान के विपक्षी ग्रुप के साथ स्थानीय अध्यक्ष को लेकर किए वादे को निभाने का मामला अभी ट्रैक पर आया ही नहीं था कि विपक्ष के एक ग्रुप की ओर से सभी स्कूलों के प्रिसिपलों को पत्र भेजकर विपक्ष के एक नेता के एनजीओ की ओर से आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में हिस्सा लेने की हिदायत का मामला गहरा गया। इस कारण सत्ताधारी और विरोधी ग्रुप में स्थानीय अध्यक्ष की नियुक्त को लेकर वादा फिर लटक गया।