पूर्व उपाध्यक्ष ने सीकेडी का 2019 चुनाव रद करने को भेजा पत्र
। धर्म व शिक्षा के प्रचार व प्रसार को समर्पित सिखों की सबसे पुरानी संस्था चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) विवादों में घिरता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
धर्म व शिक्षा के प्रचार व प्रसार को समर्पित सिखों की सबसे पुरानी संस्था चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) विवादों में घिरता जा रहा है। श्री अकाल तख्त ने शिकायतों के बाद सीकेडी के पदाधिकारियों व कार्यकारिणी कमेटी को गैर अमृतधारी सदस्यों को भर्ती करने का रिकॉर्ड पेश करने के आदेश दिए हैं। वही अब वर्ष 2019 में हुए संस्था के चुनाव को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।
सीकेडी के वरिष्ठ सदस्य व पूर्व उपाध्यक्ष सर्बजीत सिंह ने वर्ष 2019 में सीकेडी के चुनाव करवाने वाले चुनाव अधिकारी इकबाल सिंह लालपुरा को पत्र भेज कर कहा कि चुनाव में वोटर सदस्यों की सत्ताधारी ग्रुप द्वारा खरीदो-फरोख्त की गई थी। इसलिए 2019 में हुए चुनाव को रद करने का एलान किया जाए। इस पत्र की प्रतियां सर्बजीत सिंह ने सहायक चुनाव अधिकारियों प्रिसिपल जसविदर सिंह ढिल्लों और प्रो. बलजिदर सिंह को भी भेजी हैं। चुनाव से पहले प्रो. बलजिदर सिंह ने चुनाव अधिकारी पद से त्यागपत्र दे दिया था। उस वक्त प्रो. बलजिदर सिंह का दावा था कि चुनाव में सीकेडी के संविधान को नजर अंदाज करके गैर अमृतधारियों को सदस्य बनाया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीकेडी के पूर्व उपाध्यक्ष के पत्र में लिखा गया है कि सत्ताधारी ग्रुप ने पंजाब से बाहर रहने वाले सदस्यों को उनके पक्ष में मतदान करवाने के लिए उनके आने-जाने व रहने आदि के खर्च उठाए थे। चुनाव में वोटों की खरीद-फरोख्त करना कानूनी अपराध है। इस संबंध में उनकी ओर से 17 अगस्त 2020 को भी सीकेडी के मौजूदा अध्यक्ष को अपने पद से त्यागपत्र देने के लिए ई-मेल भेजा गया था। वहीं इसे सभी सदस्यों तक पहुंचाने के लिए सीकेडी गार्डियन के माध्यम से भी सूचित किया गया। लेकिन मौजूदा पदाधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसलिए चुनाव अधिकारी इस चुनाव को रद करने का नोटिफिकेशन जारी करे।