सिविल सर्जन ने खुद पर लगे आरोपों की जांच के लिए बनाई जूनियर्स की टीम
सिविल सर्जन ने मामले की जांच के लिए जूनियर डाक्टर की एक कमेटी बनाई है।
जागरण संवाददाता अमृतसर: सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह ने 17 नवंबर को सिविल अस्पताल के लेबर रूम में गर्भवती महिला की डिलीवरी के दौरान वीडियो शूट करवाकर उसे जारी किया था। इस मामले में पंजाब महिला आयोग ने सिविल सर्जन सहित स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टर को तलब किया है। दूसरी तरफ सिविल सर्जन ने मामले की जांच के लिए जूनियर डाक्टर की एक कमेटी बनाई है। खुद पर लगे आरोपों की जांच करवाने के लिए सिविल सर्जन ने नया हथकंडा अपना लिया है। कमेटी में जूनियर डाक्टर शामिल किए गए हैं, जोकि अपने वरिष्ठ अधिकारी यानी सिविल सर्जन के खिलाफ शायद कभी रिपोर्ट ही नहीं देंगे।
डा. नवदीप सिंह ने जांच कमेटी में सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. चरणजीत सिंह, जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. जसप्रीत शर्मा तथा डा. विनोद कौंडल को शामिल किया है। ये तीनों ही डाक्टर व अधिकारी सिविल सर्जन के नीचे काम करते हैं। जांच कमेटी के सीनियर अधिकारी डा. चरणजीत ने कहा कि सोमवार को मामले की जांच की जाएगी। सिविल सर्जन कार्यालय में ही तीनों अधिकारी बैठकर मामले को देखेंगे। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट कब देनी है इसके लिए कोई समय निर्धारित नहीं किया गया। सहायक सिविल सर्जन डा. अमरजीत सिंह ने बताया कि सिविल सर्जन द्वारा ही कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पारदर्शी ढंग से जांच करके रिपोर्ट देगी।
गौरतलब है कि डिलिवरी के समय बनाई गई वीडियो के कारण डा. नवदीप ने सेहत विभाग की डायरेक्टर को भी मुश्किल में डाल दिया है। महिला आयोग ने डा. नवदीप सहित उन्हें भी 24 को चंडीगढ़ तलब किया है।
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