एमएलआर कटवाने आए लोगों ने डाक्टर को दी गालियां
। जलियांवाला बाग मेमोरियल सिविल अस्पताल में मेडिको लीगल रिपोर्ट (एमएलआर) कटवाने आए लोगों ने डाक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
जलियांवाला बाग मेमोरियल सिविल अस्पताल में मेडिको लीगल रिपोर्ट (एमएलआर) कटवाने आए लोगों ने डाक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया। डाक्टर को गालियां निकालीं। यहां तक कि उन्हें रिश्वतखोर तक कहा। गुस्साए डाक्टरों ने इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में आकर नारेबाजी की।
सिविल अस्पताल में कार्यरत अप्थेलेमिक आफिसर राकेश शर्मा ने कहा कि 28 नवंबर को गांव झंडे में दो गुटों के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान दोनों ओर से गोलियां चलीं और दोनों ही पक्षों के लोग जख्मी हुए। 28 नवंबर को जब घायलों को यहां लाया गया तो इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डा. अमनदीप परमार ने उन्हें प्राथमिक उपचार देकर गुरु नानक देव अस्पताल रेफर कर दिया।
मंगलवार को एक व्यक्ति डा. परमार के पास आया। वह रोने लगा। उसने कहा कि मेरी मेडिको लीगल रिपोर्ट नहीं काट रहे। डा. परमार ने उसे समझाया कि मेडिको लीगल रिपोर्ट गुरु नानक देव अस्पताल से कटेगी। इस पर यह शख्स डाक्टर पर बरस पड़ा। उसने कहा कि तेरा कुछ न रहे। तूने दूसरी पार्टी से पैसे खाए हैं। उसने डाक्टर को गालियां निकालीं। इसी दौरान सात-आठ और लोग आए और उन्होंने भी डाक्टर को गालियां निकालीं। इस घटना की जानकारी मिलने पर सिविल अस्पताल के डाक्टर गुस्से से भर गए। उन्होंने अस्पताल में नारेबाजी की और इन लोगों पर कार्रवाई की मांग भी।
राकेश शर्मा के अनुसार यह झगड़ा गांव झंडे में हुआ था और इनकी एमएलआर मजीठा के अस्पताल में काटी जानी थी। डा. परमार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इन्हें गुरु नानक देव अस्पताल भेजा था। ये लोग डाक्टर को धमकाने लगे। ऐसा कई बार हो चुका है। डाक्टरों को प्रताड़ित करने के कई मामले उजागर हुए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई पुलिस द्वारा नहीं की जाती। डाक्टरों पर राजनीतिक दबाव बनाया जाता है कि वह उनके पक्ष में एमएलआर तैयार कर दें। डाक्टर पर इतना दबाव बना दिया जाता है कि वह मानसिक रूप से परेशान हो जाता है। यह सब बंद होना चाहिए।