सोशल मीडिया पर मिला लिंक दे सकता है धोखा
कंफडेरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से बचने के लिए आनलाइन वेबिनार आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: कंफडेरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से बचने के लिए आनलाइन वेबिनार आयोजित किया गया। इसमें पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल के अलावा साइबर एक्सर्ट ने आनलाइन गेम्स के जरिए होने वाली धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दी। साथ ही इससे बचने के तरीके भी बताए।
इस मौके पर टीएसी सिक्योरिटी के सीईओ त्रिशीत अरोड़ा ने बताया कि सोशल मीडिया (फेसबुक, वाट्सएप, टेक्सट मेसेज) के जरिए मिले किसी भी लिक को ओपन करते समय सावधान रहें। लिंक के जरिए आपसे ठगी भी हो सकती है। किसी भी अंजान व्यक्ति को अपने बैंक खाते की जानकारी न दें। सीआइआइ के जोनल मैनेजर अवनीत सिंह ने कहा कि उनकी पूरी टीम साइबर क्राइम को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है। निजी लैपटाप या मोबाइल पर ही करें इंटरनेट बैंकिंग
पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि मौजूदा समय टेक्नोलोजी का है। हर किसी के पास इंटरनेट है। ऐसे में साइबर क्राइम का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि इंटरनेट बैंकिग को केवल अपने निजी लैपटाप या मोबाइल पर ही करें। खास कर किसी के साथ भी पासवर्ड, ओटीपी शेयर न करें। हमारी थोड़ी-सी नासमझी के कारण बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। जरूरी है कि इसके प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाई जाए। साइबर क्राइम उभरते हुए क्षेत्रों में से एक है, जिसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। साइबर क्राइम पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है। पुलिस के साइबर विंग में दें शिकायत: एसपी
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अगर किसी के साथ कोई आनलाइन धोखाधड़ी होती है तो इसकी शिकायत पुलिस विभाग में अलग से स्थापित किए गए साइबर विग में की जा सकती है। इस विग में केवल साइबर क्राइम से जुड़े केसो को ही हल किया जाता है। ऐसे में धोखाधड़ी होने पर तुरंत साइबर विग में शिकायत दें। इस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है।