सावधान! सिविल अस्पताल में मरीजों को शिकार बना रहे चोर
अमृतसर शहर का सिविल अस्पताल चोरों के निशाने पर है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शहर का सिविल अस्पताल चोरों के निशाने पर है। वार्डों में दाखिल मरीजों का सामान उड़ाने वाले चोर अब अस्पताल में स्थित प्राइवेट रूम में एडमिट मरीजों के मोबाइल व अन्य सामान पर हाथ साफ कर रहे हैं। इस बार एक महिला का मोबाइल फोन चोरी हुआ है।
प्रभावती निवासी पुतलीघर ने बताया कि उसकी 13 सितंबर को सिविल अस्पताल में डिलीवरी हुई थी। डिलीवरी के बाद उसने पुत्र को जन्म दिया। चूंकि डिलीवरी सिजेरियन थी, इसलिए डॉक्टरों ने मुझे कुछ दिन अस्पताल में एडमिट रहकर ट्रीटमेंट करवाने को कहा। मेरे पति सुनील कुमार ने अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित प्राइवेट रूम लिया। बुधवार की आधी रात मुझे कुछ घबराहट हो रही थी। मैं प्राइवेट रूम से बाहर निकली और गैलरी में टहलने लगी। तकरीबन पांच मिनट बाद जब पुन: प्राइवेट रूम में पहुंची तो टेबल पर रखा मेरा मोबाइल फोन गायब था। मैंने अपने पति को नींद से जगाया और कोना-कोना छान मारा, पर मोबाइल नहीं मिला। अस्पताल की नर्स से पूछा तो उसने कहा कि यहां चोरी हो जाती है। यहां अक्सर होता ही रहता है।
सुनील कुमार के अनुसार उसने इस घटना की शिकायत अस्पताल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. चरणजीत ¨सह से की है। साथ ही पुलिस को भी शिकायत पत्र सौंपा है। 500 रुपये किराया, सुरक्षा का प्रबंध नाकाफी
प्राइवेट रूम का किराया प्रतिदिन 500 रुपये लिया जाता है। सिविल अस्पताल में सुरक्षा का जिम्मा निजी ठेकेदार के हवाले है, लेकिन रात के समय चोर अक्सर चोरी की वारदातों को अंजाम दे जाते हैं। लोगों का कहना है कि 500 रुपये किराया देने के बावजूद अस्पताल प्रशासन उनकी सुरक्षा यकीनी नहीं बना रहा। सीसीटीवी कैमरा ऑफ
सुनील के अनुसार प्राइवेट रूम के बाहर सीसीटीवी कैमरा भी लगा है, पर इसमें बिजली की सप्लाई नहीं आती। इसलिए चोर कौन है इसका पता लगाना भी मुश्किल है। प्राइवेट रूम के दरवाजों की चिटकनियां गायब
चोरों ने प्राइवेट रूम के दरवाजों पर लगी चिटकनियां गायब कर दी हैं। ऐसा इसलिए ताकि चोर आसानी से अंदर प्रवेश कर जाए। प्राइवेट रूम्स में दाखिल मरीज दरवाजे के बिल्कुल साथ बिस्तर लगाते हैं, ताकि चोर अंदर न घुस सके। अस्पताल की एक स्टाफ नर्स ने बताया कि कुछ समय पूर्व मेरा मोबाइल फोन व सफाई सुपरवाइजर के बीस हजार रुपये नकद चोरी हो चुके हैं।