कैंटोनमेंट थाने में हो सकता है मकसूदां जैसा धमाका
अमृतसर अमृतसर पुलिस ने जालंधर के मकसूदां थाने में हुए बम धमाके जैसी वारदात से निपटने के लिए चाहे पुख्ता प्रबंध कर लिए हों, लेकिन कैंटोनमेंट थाने को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
अमृतसर पुलिस ने जालंधर के मकसूदां थाने में हुए बम धमाके जैसी वारदात से निपटने के लिए चाहे पुख्ता प्रबंध कर लिए हों, लेकिन कैंटोनमेंट थाने को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वहां सुरक्षा को लेकर किसी तरह का बंदोबस्त दिखाई नहीं देता। गेट पर कोई संतरी नहीं। कोई भी थाना के बाहर और अंदर घुसकर आसानी से किसी भी तरह की वारदात को अंजाम दे सकता है। मंगलवार की शाम सारे थाने की सुरक्षा राम भरोसे ही थी।
कुछ दिन पहले जालंधर के मकसूदां थाने में बम धमाका हुआ था। दैनिक जागरण की टीम ने मंगलवार की शाम महानगर के कई थानों का दौरा किया और वहां के हालातों पर जांच की। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर तकरीबन थानों में सुरक्षा प्रबंध पुख्ता थे। प्रत्येक थाना और पुलिस चौकी के बाहर एक बंदूकधारी संतरी ड्यूटी कर रहा था। वह थाने के गेट पर तैनात रहकर एक छोर से दूसरे छोर तक अपनी पैनी नजर रखे हुए थे। दैनिक जागरण की टीम सबसे पहले रंजीत एवेन्यू थाने में पहुंची। वहां संतरी ही नहीं थाने के मुंशी भी थाने की सुरक्षा को लेकर अपनी मुस्तैदी दिखा रहे थे। लगभग पांच मिनट थाने बाहर रुकने से पता चला कि गेट पर बैठा संतरी थाने के पास आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को संदेह की नजर से देख रहा था।
इसके बाद कचहरी पुलिस चौकी में देखा गया कि वहां संतरी मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहा है। थाने में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति से उसका नाम और पता जाना जा रहा था। लेकिन जैसे ही टीम कैंटोनमेंट थाने में पहुंची तो मुख्य द्वार पर कोई संतरी नहीं था। यही नहीं थाने के अंदर जाने वाले रास्ते पर लगी कुर्सी भी खाली थी। काफी देर तक वहां ठहरने पर किसी ने दैनिक जागरण की टीम को वहां आने का कारण नहीं पूछा। बाक्स..
कैंटोनमेंट थाने के साथ लगते हैं कई अधिकारियों के दफ्तर
गौर रहे कैंटोनमेंट थाने के साथ डीसीपी अमरीक ¨सह पवार और उनके दफ्तर का सारा स्टाफ बैठता है। यही नहीं थाने के एक तरफ एडीसीपी लखबीर ¨सह (टू) और दूसरी तरफ एडीसीपी ट्रैफिक का दफ्तर है। बावजूद थाने की सुरक्षा में लापरवाही थी। बाक्स..
करेंगे कार्रवाई - एडीसीपी
एडीसीपी लखबीर ¨सह ने बताया कि पुलिस कमिश्रनर ने सभी थाना और चौकी इंचार्जों को आदेश जारी कर रखा है कि थाने के बाहर और अंदर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखें। अगर कोई संदिग्ध थाने के आसपास दिखाई देता है तो उसे हिरासत में ले लिया जाए। अगर कैंटोंनमेंट थाने में इस तरह की कोई लापरवाही हुई है तो वह कार्रवाई करेंगे।
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