विपक्ष के निशाने पर रही असफरशाही कहा- भ्रष्टाचार को बढ़ा दे रहे सत्ताधारी
पांच सितंबर को होने वाली हाउस की मीटिग से पहले सभी पार्षदों का गुस्सा दूर करने के लिए मेयर कर्मजीत सिंह रिटू ने शुक्रवार को निगम दफ्तर में मीटिग बुलाई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
निगम हाउस की पांच सितंबर को होने वाली बैठक से पहले पार्षदों की नाराजगी दूर करने के लिए मेयर कर्मजीत सिंह रिटू ने शुक्रवार को निगम कार्यालय में बैठक की। इस बैठक को तीन पार्ट में बांटा गया था। पहली मीटिग सुबह 10:30 बजे हल्का सेट्रंल के पार्षदों के साथ, इसके बाद दोपहर एक बजे हल्का नार्थ के पार्षदों के साथ और शाम चार बजे अकाली और भाजपा पार्षदों के साथ रखी गईं। हालांकि पहली दो मीटिग हल्की-फुल्की नाराजगी के साथ खत्म हो गई। मगर शाम चार बजे शुरू हुई विपक्षी दलों की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। इसमें भाजपा व अकाली पार्षदों ने विकास के नाम पर लोगों से मजाक करने का आरोप लगाया। अधिकारियों पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देनें और अपनी जेबें भरने के भी आरोप लगाए। इस पर मेयर ने पार्षदों को यकीन दिलाया कि उनके वार्डों के काम शीघ्र पूरे करवाए जाएंगे।
पार्षदों के अंदर इस बात को लेकर नाराजगी है कि उनके वार्डो में लंबे वक्त से सीवरेज, पीने के पानी और चरमराई सफाई व्यवस्था आदि समस्या बनी हुई है। जिस कारण पार्षदों का अपने वार्डो में जाना दुश्वार हो रहा है। क्योंकि लोग बार-बार पार्षदों से सवाल करते हैं। जिनका उनके पास भी कोई जवाब नहीं रहता।
पहली बैठक उठा अधूरे कार्यो का मुद्दा
पहली मीटिग का समय सुबह 10:30 बजे रखा गया था। मगर यह मीटिग 10:50 पर शुरू हुई। इसमें हल्का सेंट्रल के पार्षद विकास सोनी, पार्षद सुदेश कुमारी के पति सुरिदर कुमार शिदा, महेश खन्ना, राजबीर कौर आदि मौजूद थे। सभी पार्षदों ने वार्डो में अधूरे कार्यो को जल्द पूरा करवाने की मांग की गई। विकास सोनी ने कहा कि उनकी वार्ड में पिछले लंबे समय से कई काम पेडिग चल रहे हैं। टेंडर भी अलाट हो चुके हैं। लेकिन उनके वर्क आर्डर जारी नहीं हो रहे हैं। जिस कारण कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा हैं। बाकी सभी पार्षदों ने भी अपनी-अपनी शिकायतें मेयर के समक्ष पेश की। मेयर ने अधिकारियों को इस संबंधी तुरंत कार्रवाई करने और सारे काम जल्द से जल्द खत्म करवाने के आदेश दिए। पार्षद रिका ने अधिकारियों पर लगाया हस्तक्षेप का आरोप
दूसरी बैठक हल्का नार्थ के पार्षदों के साथ हुई। इस मीटिग में पार्षद अश्वनी कुमार, समीर दत्ता, हरपन औजला, हरनेक सिंह, संदीप कुमार, पार्षद पिकी के ससुर रामबली आदि मौजूद थे। इस मीटिग में पार्षद संदीप उर्फ रिका ने निगम अधिकारियों का विरोध किया। उनका आरोप था कि वार्ड में विकास के लिए फंड जारी हो रहे हैं। लेकिन निगम के अधिकारी काम ठीक ढंग से होने नहीं देते हैं। जिस कारण महीनों तक काम रुके रहते हैं। हालांकि बाद में उनके ही साथी पार्षदों व मेयर ने समझाया और भविष्य में सभी काम समय पर होने का आश्वासन दिया।
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विपक्ष का आरोप, एजेंट की भूमिका निभा रहे अधिकारी
तीसरी मीटिग शाम चार बजे शुरू हुई। जिसमें भाजपा पार्षद अमन एरी, संध्या सिक्का के पति अनुज सिक्का, जरनैल सिंह ढोट, अविनाश चंद्र जौली, दविदर पहलवान आदि मौजूद थे। इन सभी ने ही निगम अधिकारियों और मेयर को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले पिछली मीटिग का हिसाब दिया जाए। आगे की बात बाद में होगी। पार्षद ढोट ने कहा कि पिछली हाउस की मीटिग में भ्रष्ट अधिकारियों को सस्पेंड करने का प्रस्ताव रखा गया था। उसका क्या किया गया। निगम के अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। यह सब कुछ मौजूदा मेयर के कार्यकाल में हो रहा हैं। जिससे निगम का अक्स खराब हो रहा हैं।
पार्षद एरी ने सीएम के सौ करोड़ देने की घोषणा का मांगा व्यौरा
इसी तरह पार्षद अमन एरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो 100 करोड़ निगम को देनें की बात कही थी। उस बारे बताया जाए। कितने पैसे आए और कितने अभी बाकी हैं। जो आए हैं। उन्हें कहां पर खर्च किया हैं। इसके अलावा स्ट्रीट लाइटों की मेंटिनेंस को लेकर विरोधी पार्षदों ने कड़ा रुख अपनाया। जिसके बाद मेयर ने 10 हजार रुपये मेंटिनेंस के लिए जारी करने की बात कही। लेकिन विरोधी पार्षद कम से कम 50 हजार रुपये देने की बात पर अड़े रहे। इसके अलावा गंदे पानी की समस्या, सीवरेज और सड़कों की मरम्मत सहित कई मुद्दों को लेकर गहमा-गहमी चलती रही। जिसे मेयर ने जल्द से जल्द करवाने का बात कही।