प्रशासन की बड़ी लापरवाही : रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर न टेस्टिग व न स्कैनिग
पंजाब में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन के इंतजाम नाकाफी है।
विक्की कुमार, अमृतसर : पंजाब में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन के इंतजाम नाकाफी है। कोरोना से ज्यादा प्रभावित तीन राज्यों मुंबई, मध्यप्रदेश और नई दिल्ली से लोग अमृतसर पहुंच रहे हैं, लेकिन रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर प्रशासन की तरफ से न तो टेस्टिग का इंतजाम किया गया है व न ही स्कैनिग का। प्रशासन की यह लापरवाही लोगों के लिए भारी पड़ सकती है। ऐसे में शहर में कोरोना की चेन बढ़ सकती है। दैनिक जागरण की टीम ने जब दोनों जगह का दौैरा किया तो प्रशासन के दावों की पोल खुलती हुई नजर आई। रोजाना मुंबई, मध्यप्रदेश और नई दिल्ली से आ रही ट्रेनें
रोजाना ही मुंबई, नई दिल्ली और मध्य प्रदेश से ट्रेन अमृतसर आ रही है। पश्चिम एक्सप्रेस (02925-26) शाम 7.30 बजे अमृतसर पहुंचती है और अगले दिन सुबह पौने आठ बजे मुंबई के लिए रवाना हो जाती है। इसी तरह गोल्डन टेंपल मेल (02904) सुबह पांच बजे अमृतसर आती है और रात 9.25 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाती है। यह ट्रेनें नई दिल्ली, मध्यप्रदेश से होते हुए मुंबई पहुंचती है और इन्ही रूटों से होकर अमृतसर पहुंचती है। नई दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस दोपहर डेढ़ बजे और दूसरी शताब्दी एक्सप्रेस रात 11 बजे के करीब अमृतसर पहुंचती है। कई अन्य ट्रेनें भी वाया नई दिल्ली होकर आती है। इन ट्रेनों में रोजाना सैंकड़ों लोग अमृतसर आ रहे है। इसी तरह बसों के माध्यम से भी लोग नई दिल्ली से अमृतसर पहुंच रहे है। इनमें प्राइवेट और सरकारी बसें शामिल है। कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी करे सरकार
जिला प्रशासन को अगर शहर में कोरोना की चेन तोड़नी है तो दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट जरुरी करनी चाहिए। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर टीमें तैनात की जानी चाहिए, जो लोगों के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट चेक करे। जो लोग यह रिपोर्ट साथ नहीं लाते, उनके मौके पर ही टेस्ट किए जाने चाहिए। हरिद्वार में जाने वाले लोगों के लिए कुछ इस तरह के ही इंतजाम किए गए थे। प्रशासन को उनसे सीख लेकर ऐसे इंतजाम करने चाहिए।