भारत बंद : 12 घंटे किसानों का 83 जगह धरना, नहीं चली बसें, बंद रहे बाजार
संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान पर शहर पूरी तरह थम गया। इस दौरान रेल से लेकर सड़क तक सभी सेवाएं ठप रहीं। बाजार भी बंद रहे।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान पर शहर पूरी तरह थम गया। इस दौरान रेल से लेकर सड़क तक सभी सेवाएं ठप रहीं। बाजार भी बंद रहे। हालांकि चार बजे के बाद दुकानें खुलनी शुरू हो गई थीं जबकि किसानों ने सुबह छह से शाम छह बजे तक बंद का आह्वान किया था। किसान संगठनों का यह भी दावा है कि अमृतसर जिले में 83 जगहों पर किसानों ने प्रदर्शन व धरने देकर सड़क और रेल यातायात जाम रखा। सड़कों पर काफी कम लोग दिखे। मेडिकल स्टोर और अस्पताल पूरी तरह खुले रहे। रेहड़ी फड़ी पर भी फ्रूट और सब्जियां लोगों को उपलब्ध रहीं। अधिकतम प्राइवेट संस्थान बंद थे जबकि सरकारी कार्यालय रोजना की तरह खुले। बंद के चलते हाल बाजार, पुतलीघर,बटाला रोड, शहर के अंदरूनी इलाकों,बटाला रोड़,तरनतारन रोड़,मजीठा रोड़,आदि इलाकों में बाजार और कारोबार पूरी तरह बंद रहे।
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू और महासचिव सरवन सिंह पंधेर का दावा है कि हर वर्ग ने पंजाब में किसानों के बंद को पूर्ण समर्थन दिया है। राज्य में 12 जिलों के अंदर हजारों, किसानों, मजदूरों और युवाओं ने 165 स्थानों पर रोष प्रदर्शन व रैलियां की हैं जबकि अमृतसर जिले में 83 स्थानों पर रोष धरने दिए गए हैं।
नहीं चली कोई बस
किसान संगठनों द्वारा की गई भारत बंद की काल का असर अमृतसर बस अड्डे पर भी दिखाई दिया। बस अड्डे से कोई भी सरकारी, निजी व मिनी बस का परिचालन नहीं हुआ। बसों के आवागमन के बारे लोगों को पहले ही जानकारी मिल गई थी जिस कारण बस अड्डे में सुनसानी रही। कुछेक यात्री ही अमृतसर बस अड्डे पर दिखाई दिए। मिनी बस आपरेटर यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह बब्बू, अमृतसर गुरदासपुर निजी बस आपरेटर के प्रधान अशोक मनन ने बताया कि हड़ताल के समय पर कोई भी बस नहीं चलाई गई है।