कार सेवा वाले बाबा जसपाल सिंह पंचतत्व में विलीन
कृषि कानूनों के लिए चल रहे किसान आंदोलन की जीत के लिए सहज पाठों की श्रृंखला करने वाले बाबा जसपाल सिंह कार सेवा मंजी साहिब का सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कृषि कानूनों के लिए चल रहे किसान आंदोलन की जीत के लिए सहज पाठों की श्रृंखला करने वाले बाबा जसपाल सिंह कार सेवा मंजी साहिब का सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया। हजारों गुरु श्रद्धालुओं की ओर से उनको नम आंखों से विदाई दी। अलग-अलग सिख संगठनों और संत समाज के प्रतिनिधि उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे। गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह के पास स्थित शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके रिश्तेदार, परिवार के सदस्य और अलग अलग संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। रविवार को एक सड़क दुर्घटना के दौरान बाबा जसपाल सिंह की मौत हो गई थी। बाबा जसपाल सिंह को उनकी बेटी विपनदीप कौर की ओर से मुखाग्नि दी। बाबा जसपाल सिंह की अंतिम अरदास और अखंड पाठ साहिब का भोग 20 जुलाई को गुरुद्वारा बाबा चरण सिंह चमरंग रोड में डाला जाएगा।
इस दौरान प्रो सरचांद सिंह , भाई इकबाल सिंह तुंग, निर्मल सिंह, बाबा सुरजीत सिंह, दमदमी टकसाल के मुखी बाबा हरनाम सिंह धुम्मा, एसजीपीसी के धर्म प्रचार कमेटी के सदस्य अजायब सिहं अभियासी, भूपिदर सिंह , दिलबाग सिंह आजाद किसान संघर्ष कमेटी, मंगल सिंह किसान संघर्ष कमेटी, नाजर सिंह पूर्व डायरेक्टर कृषि विभाग, मनदीप सिंह, बलकार सिंह, राजविदर सिंह, बाबा छम्मा सिंह, दविदर सिंह, परमजीत सिंह, लखविदर सिंह मंौजूद थे। बाबा सेवा सिंह ने लगवाए तीन मिनी जंगल
वहीं पर्यावरण प्रेमी बाबा सेवा सिंह (कार सेवा खडूर साहिब) की ओर से 550 जंगल लगाने की मुहिम तहत फरीदकोट जिले के गांव मत्ता में तीन मिनी जंगल लगाए गए। बाबा सेवा सिंह ने बताया कि गांव मत्ता में भूपिदर सिंह ने चार कनाल जमीन में 50 प्रकार के 500 पौधे लगवाए। सुखदीप सिंह ने दो कनाल जमीन में इतने ही पौधे लगवाए। गुरप्रीत सिंह ने दस मरले जमीन में 50 किस्म के 100 पौधे लगवाए। बाबा सेवा सिंह ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के संबंध में 550 जंगल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत अब तक 87 जंगल लगाए जा चुके है। उन्होंने बताया कि देश भर में 500 किलोमीटर सड़कों पर पौधे लगाए जा चुके हैं।