बैंस ने पूछा, श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूप कहां हैं?
एसजीपीसी) का सोमवार दोपहर बाद शुरू होने वाले चुनाव इजलास से पूर्व ही एसजीपीसी की कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य बाबा चरणजीत सिंह जस्सोवाल और जगतार सिह रोडे ने हाउस का बायकाट कर दिया।
जासं, अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का सोमवार दोपहर बाद शुरू होने वाले चुनाव इजलास से पूर्व ही एसजीपीसी की कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य बाबा चरणजीत सिंह जस्सोवाल और जगतार सिह रोडे ने हाउस का बायकाट कर दिया।
तेजा सिंह समुद्री हाल के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए जस्सोवाल और रोडे ने कहा कि एसजीपीसी की लीडरशिप और पदाधिकारी व अधिकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देने के कारण वे इस हाउस का बायकाट कर रहे हैं।
वहीं जैसे ही जनरल हाउस में अध्यक्ष के नाम पेश करने की बीबी जगीर कौर ने कार्रवाई शुरू करने का एलान किया तो एसजीपीसी सदस्य बलविदर सिंह बैंस अपने समर्थकों के साथ खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि पहले मौजूदा पदाधिकारी संगत और हाउस को जवाब दें कि पिछले समय के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब हुए 328 स्वरूप कहां हैं? परंतु बैंस को सत्ताधारी ग्रुप के सदस्यों ने बोलने ही नहीं दिया और स्पीकर की आवाज को ऊंचा करके अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों के नाम पेश करने की कार्रवाई को तेज कर दिया। ज्ञानी जगतार सिंह पर किरपाण से धमकाने की कोशिश का आरोप
एसजीपीसी की कार्यकारिणी के नियुक्त किए विपक्ष के सदस्य गुरप्रीत सिंह ने कहा कि जब विपक्ष के सदस्य कार्यकारिणी कमेटी के लिए अपने दो सदस्यों के लिए अध्यक्ष हरजिदर सिंह धामी के समक्ष आवाज उठा रहे थे तो श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में बैठे ज्ञानी जगतार सिंह ने उन सदस्यों को अपनी किरपाण से धमकाने की कोशिश की। यह मर्यादा का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी ग्रुप ने खुल कर नियमों का उल्लंघन किया है। जब विपक्ष मांग करता रहा कि कार्यकारिणी के सदस्य भी मतदान के माध्यम से चुने जाएं तो सत्ताधारी ग्रुप को इस पर एतराज नहीं होना चाहिए था। हरजिदर सिंह धामी ने धक्के से ही कार्यकारिणी के 11 सदस्यों का एलान कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यकारिणी कमेटी में सत्ताधारी ग्रुप ने कुछ ऐसे लोग हैं जो नशा करते हैं। इसे जल्द उजागर किया जाएगा।