अवैध फिजियोथेरेपी सेंटरों के खिलाफ उतरी एसोसिएशन
। शहर में धड़ाधड़ खुल रहे अवैध फिजियोथेरेपी सेंटरों का अमृतसर फिजियोथेरेपी एसोसिएशन और इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपी ने कड़ा संज्ञान लिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शहर में धड़ाधड़ खुल रहे अवैध फिजियोथेरेपी सेंटरों का अमृतसर फिजियोथेरेपी एसोसिएशन और इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपी ने कड़ा संज्ञान लिया है।
अमृतसर फिजियोथेरेपी एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट डॉ. रोहण मेहरा ने बताया कि बिना डिग्री के ही सेंटर खोले जा रहे हैं। ये फिजियोथेरेपी संचालक खुद को टूटी हड्डियां जोड़ने में माहिर बता रहे हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है। उन्हें सूचना मिली कि सुल्तानविड गेट पर एक फिजियोथेरेपी सेंटर खुला है। संचालक के पास डिग्री नहीं है। मैंने पंफलेट पर छपे नंबर पर फोन किया और कथित संचालक से कहा कि वह अपनी डिग्री भेजे। इस पर संचालक ने फोन काट दिया। कुछ देर बाद मुझे जगबीर सिंह नामक शख्स का फोन आया। उसने खुद को डीएसपी बताते हुए मुझसे पूछताछ शुरू कर दी। उसने कहा कि कोई डिग्री नहीं भेजी जाएगी। जब मैंने इस कथित डीएसपी से कहा कि मैं उनसे मिलना चाहता हूं तो टालमटोल करने लगा।
डॉ. रोहण के अनुसार अवैध फिजियोथेरेपी सेंटर चलाने वाले लोग फर्जी पुलिस अधिकारी खड़े करके अपना बचाव कर लेते हैं। मैं तो जागरूक नागरिक हूं, इसलिए इनकी मंशा समझ गया। इस मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल से की जा रही है। नकली डीएसपी व फिजियोथेरेपी के संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी। इनके खिलाफ एफआइआर दर्ज होनी ही चाहिए, ताकि फिजियोथेरेपी क्षेत्र को बदनाम न किया जा सके। अमृतसर में सभी अवैध फिजियोथेरेपी सेंटर को एसोसिएशन के साथ मिलकर बंद करवाया जाएगा।