नए साल में अमृतसर एयरपोर्ट पर बढ़ेगी उड़ानों की संख्या
श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अगले चार माह में दस नए अप्रेन (जहाज खड़े करने के स्टैंड) बन जाएंगे।
रविदर शर्मा, अमृतसर
श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अगले चार माह में दस नए एप्रेन (जहाज खड़े करने के स्टैंड) बन जाएंगे। इसके बाद यहां कुछ ही मिनटों में एक साथ 24 फ्लाइट लैंड कर सकेंगी। एयरपोर्ट पर 10 नए एप्रेन बनाए जाने की शुरुआत फरवरी 2019 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने की थी।
एप्रेन का काम मुकम्मल होने के बाद अमृतसर के एयरपोर्ट को दिल्ली एयरपोर्ट के बैकअप के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं अमृतसर एयरपोर्ट पर फ्लाइटें बढ़ने की भी काफी संभावना है। एसजीआरडी एयरपोर्ट पर दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट के मुकाबले काफी ज्यादा जगह है। यहां से रोजाना नौ अंतरराष्ट्रीय और 18 घरेलु उड़ानें लैंड करती हैं। इतनी फ्लाइट ही उड़ान भरती हैं। इसके मुकम्मल होने पर यहां फ्लाइटों की और संख्या बढ़ेगी और इसका सीधा फायदा सैलानियों को होगा।
नए एप्रेन बनने से एमआरओ का रास्ता भी होगा साफ: कामरा
अमृतसर विकास मंच के सचिव योगेश कामरा कहते हैं कि नए एप्रेन बनने के बाद मिनी मेंटीनेंस रिपेयर्स ओवरआल (एमआरओ) बनाए जाने के लिए रास्ता साफ हो जाएगा। अभी एमआरओ सिर्फ नागपुर में ही है। विमानों में तकनीकी खराबी आने पर विमानों को वहीं भेजा जाता है। जब अमृतसर एयरपोर्ट पर मिनी एमआरओ बनेगा तो एयरोनॉटिक इंजीनियरों की मांग बढ़ेगी और अन्य तकनीकी माहिरों के लिए भी यहां रोजगार के नए मौके रहेंगे।
अमृतसर एयरपोर्ट रनवे पर है कैट 3-बी सिस्टम
एसजीआरडी एयरपोर्ट पर कैट थ्री-बी आइएलएस (इंस्ट्रूमेंटल लैंडिग सिस्टम) लगा है। धुंध और कोहरे के दिनों में जीरो विजिबिलिटी में भी विमानों की सुरक्षित लैंडिग करवाई जा सकती है। एयरपोर्ट पर लगाए कैट-3 बी सिस्टम का फायदा पड़ोसी राज्यों के एयरपोर्ट भी उठाते हैं।
नए साल में नई उड़ाने शुरू होने की संभावना : डायरेक्टर
10 नए एप्रेन बनने से नॉर्थ इंडिया के एयरपोर्ट्स के अलावा सेंट्रल एशियन देशों को भी इसका फायदा होगा। अगले साल आधा दर्जन से अधिक नई उड़ानें शुरू होने की भी संभावना है। अमृतसर एयरपोर्ट पर सैलानियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
-मनोज चंसोरिया, डायरेक्टर श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, राजासांसी।