बाल यौन शोषण के खिलाफ विद्यार्थियों ने निकाला पैदल मार्च
अमृतसर बाल दिवस पर बुधवार को दुनिया के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले ¨हदी समाचार पत्र दैनिक जागरण की मुहिम बाल यौन शोषण अब बस का बिगुल फूंक दिया गया।
अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर
बाल दिवस पर बुधवार को दुनिया के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले ¨हदी समाचार पत्र दैनिक जागरण की मुहिम बाल यौन शोषण अब बस का बिगुल फूंक दिया गया। सैकड़ों विद्यार्थियों ने पैदल मार्च के जरिये अभिभावकों, अध्यापकों व आम लोगों के जेहन को झकझोर दिया। विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वह यौन शोषण जैसी घटनाओं के प्रति चुप नहीं बैठेंगे और अपनी आवाज को बुलंद कर आरोपित को सजा दिलाएंगे।
प्रभाकर सीसे स्कूल भल्ला कालोनी से पैदल मार्च में शामिल विद्यार्थियों ने हाथों में पोस्टर, बैनर व तख्तियां पकड़ी हुई थीं। सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी ने हरी झंडी दिखाकर विद्यार्थियों की जागरुकता रैली को छेहरटा चौक की ओर रवाना किया। इस मौके पर स्कूल के ¨प्रसिपल राजेश प्रभाकर, वाइस ¨प्रसिपल रचना प्रभाकर, डायरेक्टर गोपाल किशन, वशिष्ठा प्रभाकर भी मौजूद थे।
इससे पहले रमन बख्शी ने अपने संबोधन में कहा कि बाल यौन शोषण रोकना समय की मांग है। यह घटनाएं विद्यार्थियों की मनोदशा पर गहरा प्रभाव छोड़ती हैं। अक्सर ऐसे मामलों में अभिभावक बच्चों के साथ हुई यह घटना के बारे में जानते हुए भी चुप्प रहते हैं। परंतु यह जायज नहीं है। हमें बाल यौन शोषण की घटनाओं को रोकने के लिए एक मुहिम छेड़ने की जरूरत है। दैनिक जागरण का प्रयास शानदार है। इससे विद्यार्थियों के साथ साथ अभिभावकों में भी जागरुकता आएगी और वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आगे आएंगे। उन्होंने मी-टू जैसे अभियान की भी तारीफ की। ऐसे अभियान समाज के लिए जरूरत बताए। बख्शी ने इस जघन्य अपराध को जड़ से उखाड़ फेंकने का संदेश दिया। इस दौरान शहर के समाजसेवी व गणमान्य लोग
मौजूद रहे।
¨प्रसिपल राजेश प्रभाकर ने संबोधन करते हुए कहा कि बाल यौन शोषण एक सामाजिक विकृति है। इसके प्रति चुप रहना यानि इस अपराध को बढ़ावा देना है। देश में बाल यौन शोषण जैसी अधिकांश घटनाएं पुलिस तक रिपोर्ट नहीं होती हैं। जिस कारण अपराधी साफ तौर पर बच जाता है और उसका हौसला बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि एक सर्वे के अनुसार देश में अस्सी प्रतिशत घटनाओं की जानकारी पुलिस तक नहीं पहुंचती हैं। अभिभावक सब जानते हुए भी इसे दबाना उचित समझते हैं। यह एक सही रुझान नहंी है। हमें अपराधी को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। अन्यथा समाज पतन की ओर अग्रसर होगा। अपराधी को सजा दिलाना अपराध को रोकने के समान है।
इस मौके पर वाइस ¨प्रसिपल रचना प्रभाकर, समाज सेवक अशोक कुमार बेदी, सुमित बेदी, कर्नल शिव पटियाल, सेंट पीटर स्कूल से अमनदीप कौर, हरप्रीत कौर, सिमरनप्रीत कौर, एवर ग्रीन स्कूल से अध्यापिका अनु, पूजा व नेंसी व रेडिएंट रोजिज पब्लिक स्कूल व प्रभाकर सीसे सकूल की कई अध्यापिकाओं ने इस रैली को सफल बनाने में योगदान दिया। रैली में बच्चों ने लिया भाग
'जरा ध्यान रखना अपने दिल के टुकड़े से बात जरूर करना' विषय पर आयोजित रैली में माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस रैली में प्रभाकर सीसे स्कूल, रेडिएंट रोजिज पब्लिक स्कूल, सेंट पीटर कानवेंट स्कूल व एवरग्रीन स्कूल के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। रैली सुबह साढे दस बजे प्रभाकर स्कूल से शुरू हुई। बाजारों से होते हुए छेहरटा चौक में गई। उसके बाद स्कूल वापस पहुंची।