सिंघू बार्डर पर अमृतसर के किसान की बीमारी से मौत
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली बार्डर पर चल रहे धरने में शामिल होने गए 75 वर्षीय किसान रतन सिंह की मौत हो गई
जासं, अमृतसर : कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली बार्डर पर चल रहे धरने में शामिल होने गए 75 वर्षीय किसान रतन सिंह की मौत हो गई। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी सदस्य जिले के गांव कोटली ढोलेशाह, जोन कत्थूनंगल निवासी रतन सिंह एक सप्ताह पहले दिल्ली के सिंघू बार्डर पर चल रहे आंदोलन में भाग लेने गए थे। वहां उनकी अचानक तबियत खराब होने के कारण मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले दिल्ली धरने में शामिल होने गए तरनतारन के एक किसान की भी बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। उसे तरनतारन के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
किसान रतन सिंह को लूज मोशन की शिकायत थी
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि रत्न सिंह ने धरने के दौरान आत्महत्या नहीं की है। कुछ मीडिया में चल रहा है कि रत्न सिंह ने आत्म हत्या की है, परंतु सच यह है कि रत्न सिंह की सेहत ठीक नहीं थी। उनको लूज मोशन था, जिसकी उन्हें दवा दी गई थी। सुबह भी कुछ लोगों के साथ उसकी बातचीत हुई थी, लेकिन बाद में समाचार मिला कि रत्न सिंह का निधन हो गया।
रतन सिंह की मौत के बारे में किया जा रहा है भ्रामक प्रचार
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि रतन सिंह की मृत्यु के संबंध में गलत प्रचार हो रहा है कि उसने आत्महत्या की है। जबकि ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि वे एक बार फिर साफ करना चाहते हैं कि किसान रतन सिंह की मौत बीमारी की वजह से हुई। उन्होंने कहा कि रतन सिंह का शव उनके परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर दी गई है।