अकाल तख्त के फैसले को सभी ढाडी करेंगे स्वीकार: कुलविदर
मीरी पीरी शिरोमणि ढाडी सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष कुलविदर सिंह लाधुआणा ने कहा है कि श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से ढाडियों के दो संगठनों के विवाद को खत्म करने के लिए बनाई गई कमेटी के फैसले से उनका पूरा संगठन सहमत है।
जासं, अमृतसर: मीरी पीरी शिरोमणि ढाडी सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष कुलविदर सिंह लाधुआणा ने कहा है कि श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से ढाडियों के दो संगठनों के विवाद को खत्म करने के लिए बनाई गई कमेटी के फैसले से उनका पूरा संगठन सहमत है। उन्होंने कहा कि सोमवार को संगठन का प्रतिनिधिमंडल जत्थेदार अकाल तख्त साहिब से मुलाकात भी करके आया है। ढाडियों की दो मांगों को सिंह साहिब के समक्ष रखा गया है। इसमें कहा गया कि कोरोना के चलते जो ढाडी जत्थे एसजीपीसी की कमेटी के पास अपना टेस्ट नही दे पाए हैं, उनको टेस्ट का मौका दिया जाए। वहीं ढाडियों को कार्यक्रम पेश करने के लिए जो समय सुबह आठ से पांच बजे तक दिया जाता है, यह समय भी बढ़ाया जाए।
कुलविदर सिंह ने बताया कि संगठन के अध्यक्ष गुरमेज सिंह शहूरा ने घरेलू कामकाज की व्यवस्था के कारण पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसको मुख्य रखकर सर्वसम्मति से ज्ञानी केवल सिंह कलंजर को संस्था का अध्यक्ष चुना लिया गया है। कुलविदर सिंह लाधूआणा संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष होंगे। बलदेव सिंह बल्लगण महासचिव और ज्ञानी जरनैल सिंह खुड्डा संगठन के चेयरमैन होंगे। इसी तरह गुरमेज सिंह को वरिष्ठ उपाध्यक्ष तरसेम सिंह अमरकोट को उपाध्यक्ष , देसा सिंह दलेर, सुखबीर सिंह सागर को भी उपाध्यक्ष , जसविदर सिंह भागोवाल को कैशियर , तथा सर्बजीत सिंह एमए, गुरमीत सिंह एम और रजिदर सिंह सभरा को प्रेस सचिव चुना गया है। उन्होंने कहा कि अकाली तख्त की कमेटी ने दाड़ी रंगने वाले जत्थों के सदस्यों को जो वार्निंग दी है, संगठन उसके साथ सहमत है। वहीं टेस्ट लेकर जिन 31 जत्थों को प्रोग्राम पेश करने की अनुमति दी गई है उसका भी संगठन स्वागत करता है। जो जत्थे पंथक मर्यादा को लागू नहीं करते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।