फोन पर महिला से निकाह कर पाकिस्तान गया दिल्ली का अफजल 18 साल बाद लौटा
दिल्ली के एक व्यक्ति ने टेलीफोन पर पाकिस्तान की एक युवती से शादी रचा ली। इसके बाद वह पाकिस्तान जाकर छिप कर रहने लगा। पकड़े जाने पर जेल हुई और अब 18 साल बाद वह भारत लौटा है।
अमृतसर, [रविंदर शर्मा]। टेलिफोन पर पाकिस्तान की महिला से निकाह कर उससे मिलने पाकिस्तान गया दिल्ली के चांदनी चौक का रहने वाला अफजल अहमद 18 साल बाद वतन लौटा है। पिछले दो साल से वह लाहौर की कोटलखपत जेल में बंद था। भारत पहुंचते ही उसे परिजनों ने गले लगा लिया।
दिल्ली के चांदनी चौक के अफजल ने 1997 में किया था निकाह, पाकिस्तान जाकर वहां हो गया अंडरग्राउंड
अफजल अहदम ने पूछताछ में बताया कि वह दिल्ली के चांदनी चौक के पास फ्रेश खाना का रहने वाला है। वह वहां जूतों की दुकान पर काम करता था। सितंबर 1997 में उसने पाकिस्तान की महिला मसरत कुरैशी से टेलिफोन पर निकाह किया था। सितंबर 2001 में वह पत्नी से मिलने के लिए एक महीने का वीजा लेकर दिल्ली-लाहौर बस से पाकिस्तान गया। वहां जाकर वह अंडरग्राउंड हो गया।
उसने बताया कि कुछ समय बाद उसकी पत्नी परिवार के साथ इंग्लैंड चली गई और वह वहीं पाकिस्तान में रह गया। इंग्लैंड से मसरत हर साल तीन से चार महीने उससे मिलने पाकिस्तान आया करती थी। साल 2015 में वह उससे मिलने नहीं आई। उसने मैसेज कर बताया कि अब वह उससे मिलने नहीं आएगी।
2015 में ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने अफजल लाहौर से गिरफ्तार कर लिया। पाकिस्तान की अदालत ने उसे 4 महीने की कैद की सजा सुनाई। सजा जुलाई 2016 में पूरी हो गई थी, लेकिन तब से वह लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद था। अब पाकिस्तान सरकार ने उसे रिहा किया है।
लाहौर जेल से शुक्रवार सुबह पुलिस पार्टी उसे लेकर वाघा बार्डर पहुंची और पाक रेंजर्स को सौंप दिया। पाक रेंजर्स के अधिकारी सज्जाद फजल ने कागजी कार्रवाई के बाद उसे जीरो लाइन पर बीएसएफ के सहायक कमांडेंट संजीव कुमावत को सौंप दिया। बीएसएफ ने अपनी कार्रवाई पूरी करने के बाद अफजल को तहसीलदार जसबीर ङ्क्षसह के सुपुर्द कर दिया, जहां से दिल्ली पुलिस उसे लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
ईदी फाउंडेशन ने शॉल और मिठाई भेंट की
अफजल अहमद रिहाई के बाद शुक्रवार दोपहर ज्वाइंट चेक पोस्ट अटारी से भारत आया। पाकिस्तान की ईदी फाउंडेशन ने उसे शॉल, मिठाई का डिब्बा और 5 हजार रुपये देकर भेजा है।