बाल यौन शोषण करने वाले को नपुंसक बनाया जाए: प्रो. लाल
पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने देश में बढ़ रहे बाल-शोषण के मामलों पर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर
पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने देश में बढ़ रहे बाल-शोषण के मामलों पर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ऐसा घिनौना काम करने वालों को केवल सख्त सजा से ही हटाया जा सकता है और वह है उन्हें जीवन भर के लिए नपुंसक बना दिया जाए। भारत के सभ्य समाज का यह बड़ा दुर्भाग्य है कि छोटी बच्चियों के साथ नौजवान और बुजुर्ग जबरदस्ती शोषण करते हैं और फिर उन बच्चियों का बेरहमी से कत्ल करके फेंक दिया जाता है। हकीकत में यह सभ्य समाज के नाम पर एक बदनुमा धब्बा ही नहीं है, बल्कि ऐसी घटनाओं से समूचे राष्ट्र की छवि विश्व में धूमिल होती है। वर्तमान कानूनों से इंसाफ लेना अति मुश्किल है और उसके लिए भी दस-दस वर्ष लग जाते हैं। असामाजिक तत्व पीड़ित परिवार को डरा-धमका कर कानून के चुंगल से निकल जाते हैं। इससे इस गौरवमयी देश में बेटियों का सुरक्षित रहना मुश्किल बन गया है। प्रो. लाल ने कहा कि विश्व के विकसित देश अमेरिका के प्रदेश अलबामा में यौन शोषण के खिलाफ एक विधेयक पास किया गया है। जिसमें 13 साल से कम आयु के बच्चों के खिलाफ यौन अपराध के दोषियों को नपुंसक बनाने की सजा देने का प्रावधान किया गया है। इससे पहले 2011 में दक्षिण कोरिया में ऐसा कानून बनाया गया था। 2016 में इंडोनेशिया ने भी इसी तरह के कानून का इस्तेमाल किया है। क्योंकि ऐसे सख्त कानूनों से ही इस असामाजिक तत्व से बच्चों को यौन शोषण से बचाया जा सकेगा और अपराध करने वालों पर डर बना रहेगा। प्रो. लाल ने केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र लिखकर मांग की कि वह संसद में इस कानून को बनवाएं। ताकि बाल यौन शोषण हिसा से देश के बच्चों को सुरक्षा प्रदान की जा सके।