पहचान छुपाने के लिए अनूप ने कटवा दिए सिर के बाल
नौकर की हत्या करने वाला अनूप सिंह वारदात के बाद हरियाणा में अपने दोस्त के पास चला गया था।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : बीमा राशि के लिए खुद की हत्या का ड्रामा रच नौकर की हत्या करने वाला अनूप सिंह वारदात के बाद हरियाणा में अपने दोस्त के पास चला गया था। वहां उसने पहचान छुपाने के लिए अपने बाल कटवा दिए। पुलिस ने अनूप सिंह और उसके भाई करनजीत सिंह के बाद नौकर काका करन को गिरफ्तार भी कर लिया है। साथ ही तेजधार दातर व एक उस्तरा बरामद किया है। अदालत ने अनूप और काका करन को 12 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है, जबकि करनजीत पहले ही रिमांड पर है।
पुलिस के मुताबिक तीनों ने वारदात कबूल कर ली है। पूछताछ में पता चला है कि अनूप सिंह ने 36 लाख की बीमा करा रखा था। उस पर 75 लाख रुपये का कर्ज भी था। कर्ज से मुक्ति पाने और बीमे की राशि हड़पने के लिए उसने खुद की ही हत्या का ड्रामा रचा। साजिश में अपने भाई करनजीत और 15 साल पुराने नौकर काका करन को शामिल किया। रविवार को तीनों कार में निकले। गुरुद्वारा शहीदां के पास एक भिखारी को शराब पिलाने के बहाने कार में बैठा लिया। कार में वे तरनतारन की ओर निकल गए। हरिके पतन के गांव बूह के पास कार की पिछली सीट पर बैठे काका करन और अनूप ने भिखारी का गला उस्तरे से काटना चाहा। समय रहते भिखारी ने अपने बल पर विरोध किया तो तीनों ने मिलकर दातर से उसके पेट पर वार कर उसे मार डाला। बाद में कार से बाहर सड़क पर लाश रख मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। पास ही अनूप सिंह का आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम व कुछ तस्वीरें फेंक दीं ताकि पुलिस को लगे कि यह शव अनूप का है। वारदात के बाद अनूप और काका करन हरियाणा अपने कारोबारी दोस्त के घर शरण लेने के लिए अन्य गाड़ी से रवाना हो गए। वहां जाकर अनूप ने अपनी पहचान बदलने के लिए सिर के बाल भी कटवा दिए, जबकि करनजीत घर लौट आया।
उधर, एसएसपी ध्रुव दहिया का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में धारा 302 की एफआइआर में धोखाधड़ी और सबूत नष्ट करने की धाराएं भी शामिल कर दी हैं। मामले में तीनों आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनसे पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ शुरू कर दी गई है। तीनों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। मरने वाले व्यक्ति का शव अभी पहचान के लिए पट्टी के अस्पताल में रखवाया गया है।