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भाजपा ने दफ्तरों की जमीन खरीद पर खर्च किए करोड़ों: आप

अमृतसर आम आदमी पार्टी के बागी नेता सुखपाल खैहरा गुट से जुड़े पीएसी सदस्य सुरेश शर्मा ने स्थानीय भाजपा पर नोटबंदी के दौरान कालेधन का इस्तेमाल करते हुए पार्टी कार्यालय के लिए 2000 वर्ग जमीन खरीदने का आरोप लगाया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 09:14 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 11:50 PM (IST)
भाजपा ने दफ्तरों की जमीन खरीद पर खर्च किए करोड़ों: आप
भाजपा ने दफ्तरों की जमीन खरीद पर खर्च किए करोड़ों: आप

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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आम आदमी पार्टी के बागी नेता सुखपाल खैहरा गुट से जुड़े पीएसी सदस्य सुरेश शर्मा ने स्थानीय भाजपा पर नोटबंदी के दौरान कालेधन का इस्तेमाल करते हुए पार्टी कार्यालय के लिए 2000 वर्ग जमीन खरीदने का आरोप लगाया है। दस्तावेजों के साथ इसका खुलासा करते हुए शर्मा ने बताया कि पार्टी कार्यालय के लिए रिजर्व कीमत पर जमीन अलॉट करवाने संबंधी जो फाइल 20 महीने तक बंद पड़ी हुई थी, नोटबंदी से ठीक 26 दिन पहले प्रदेश की तत्कालीन अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार 2000 वर्ग गज जमीन न्यू अमृतसर इलाके में रिजर्व कीमत पर भाजपा को अलॉट करने की मंजूरी दे देती है। अगले ही दिन बिना कोई भुगतान करवाए स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा 14-10-2016 को इस जमीन की अलॉटमेंट भी भाजपा के नाम पर कर देती है। जो भाजपा नियमों के अनुरूप अलॉटमेंट के वक्त कुल कीमत की 25 फीसदी राशि जमा नहीं करवा पाई थी, वही भाजपा नोटबंदी की घोषणा होने से पहले सुबह के वक्त 42 लाख रुपये की राशि जमा करवा देती है। एक महीने में ही शेष राशि से भी 2,24,800 रुपये ज्यादा की राशि जमा करवा देती है। शर्मा ने आरोप लगाया कि यह सब भाजपा ने नोटबंदी लागू करने से पहले काले धन को सफेद करने के लिए एक योजनाबद्ध तरीके से देश भर में जिला व प्रदेश स्तर पर पार्टी के बैंक खातों में जमा करवा दिए थे। उनके साथ आरटीआइ कार्यकर्ता विशाल जोशी, एडवोकेट मानव चांडे, प्रदीप तेजी, अनिल मैनी, संजीव लांबा, हरभजन ¨सह लाभ, रिटायर्ड पटवारी राजिन्द्र कुमार जज्जी, एनआरआई गुरब श ¨सह तथा राकेश शर्मा लक्की भी उपस्थित थे। — बाक्स——

सारा भुगतान बैंक खातों से किया : नरेश शर्मा

भाजपा पिछले कई वर्षों से जिला स्तर पर खुली जगहों पर पार्टी कार्यालय बनाने के लिए सरकार से रिजर्व कीमत पर जमीन खरीदने का प्रयास करती रही है। उन्होंने भी जिलाध्यक्ष के तौर पर वर्ष 2015 में तत्कालीन राज्य सरकार के पास आवेदन किया था। लेकिन उनके कार्यकाल के पश्चात ही स्थानीय ट्रस्ट ने भाजपा को यह जमीन अलाट की थी। सारा भुगतान बैंक खातों से ही किया गया था। ऐसी स्थिति में कालेधन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाने का कोई औचित्य ही नहीं है।

नरेश शर्मा पूर्व जिलाध्यक्ष, भाजपा अमृतसर।

— बाक्स— (तत्कालीन जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश सचिव राजेश हनी का पक्ष :) पार्टी कार्यालय के लिए अलाट हुई इस जमीन की सारी कीमत प्रदेश भाजपा द्वारा अपने बैंक खाते से किया गया था। जिसमें किसी भी प्रकार का नगद भुगतान नहीं किया गया था। कुछ ज्यादा राशि जमा करवाने में कोई हड़बड़ी वाली बात नहीं थी। यह लोग राजनीतिक तौर पर अपना आसितत्व खो चुके हैं और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह की गलत ब्यानबाजी कर रहें हैं। —राजेश हनी, प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा। — पंकज शर्मा


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