Mission 22: पंजाब विजय का मंत्र लेकर अमृतसर पहुंचे आप के जरनैल, मान व चीमा भी रहे साथ
Mission 22 दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी अब पंजाब में अपना आधार मजबूत करने में जुट गई है।
जेएनएन, अमृतसर। दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी अब पंजाब में अपना आधार मजबूत करने में जुट गई है। वीरवार को अमृतसर पहुंचे पंजाब मामलों के नवनियुक्त इंचार्ज और दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों को पंजाब विजय का मंत्र दिया।
जरनैल सिंह ने कहा कि दिल्ली से देश में नई किस्म की राजनीति की शुरुआत हुई है, यह राजनीति काम और विकास की है। दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप ने अपने पांच सालों के काम दिखा कर वोट मांगे थे। यह राजनीति 2022 में पंजाब की भी दशा बदलेगी।
आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान और सांसद भगवंत मान ने कहा कि नफरत की राजनीति देश और लोगों के लिए बेहद घातक है। ऐसी घातक राजनीति और राजनीतिज्ञों से सचेत रहने की जरूरत है। भगवंत मान ने दिल्ली की हिंसा को इंसानियत का कत्ल करार देते कहा कि भाजपा-आरएसएस के नेताओं ने दिल्ली चुनाव के दौरान नफरत भरे भाषण दे कर पहले इस हिंसा को सुलगाया और फिर दिल्ली चुनाव के हार से बौखला कर दंगों की आग भड़काई।
अकाली दल और भाजपा के बीच सीटों को लेकर चल रही खींचतान पर मान ने कहा कि अकाली दल को अब गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं। यह पार्टी सिद्धांतों के आधार पर 1920 में बनी थी और आज उन सिद्धांतों से भटक कर एक परिवार की पार्टी के तौर पर खत्म हो चुकी है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र आरूसा आलम के बारे में सवाल पर मान ने कहा कि बेशक यह उनकी निजी मामला है, लेकिन वह मुख्यमंत्री के सरकारी निवास पर किस वीजा के अंतर्गत रह रही हैं, इस बारे में वह संसद में पूछेंगे। यह देश की सुरक्षा के साथ जुड़ा हुआ मुद्दा है।
नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आज बिक्रम सिंह मजीठिया और मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा एक दूसरे पर गैंगस्टरों को पालने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि दोनों एक ही जैसे हैं। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा और कांग्रेस मिल कर माफिया को चला रहे हैं। इस अवसर पर कोर कमेटी की बैठक में दिल्ली हिंसा के विरुद्ध ङ्क्षनदनीय प्रस्ताव व जरनैल सिंह की नियुक्ति के लिए पार्टी हाईकमान के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पास किया गया। इसके अलावा महंगी बिजली के विरुद्ध पार्टी की तरफ से 16 मार्च को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मोती महल का बिजली कनेक्शन काटने और रोष प्रदर्शन की तैयारियों पर विचार चर्चा हुई।
इससे पूर्व आप नेता भगवंत मान, विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और कौर समिति चेयरमैन और विधायक प्रिंसिपल बुद्धराम समेत समूची कोर समिति ने जरनैल सिंह के साथ श्री हरिमंदिर साहिब, श्री दुग्र्याणा तीर्थ व भगवान वाल्मीकि तीर्थ पर माथा टेका। इस अवसर पर कुलतार सिंह संधवां, अमन अरोड़ा, प्रो. बलङ्क्षजदर कौर, बीबी सरबजीत कौर माणूके, रूपिंदर कौर रूबी, मीत हेयर, जय कृष्ण सिंह रोड़ी, कुलवंत सिंह पंडोरी, मास्टर बलदेव सिंह, मनजीत सिंह बिलासपुर (सभी विधायक), प्रो. साधू सिंह, सुखविंदर सुखी, गैरी वडि़ंग, हरचंद सिंह बरसट, कुलदीप सिंह धालीवाल, गुरदित्त सिंह सेखों, दलबीर सिंह ढिल्लों, डॉ. बलबीर सिंह, जमील उर रहमान, बलङ्क्षजदर सिंह चौंदा और मनजीत सिंह सिद्धू उपस्थित थे।
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