बठिंडा में केंद्रीय जेल की दूसरी मंजिल से कूदा अजनाला का गैंगस्टर, दोनों टांगें टूटीं, जानें क्यों उठाया ऐसा कदम..
केंद्रीय जेल बठिडा में बंद अमृतसर के अजनाला निवासी ए-कैटेगरी का गैंगस्टर अकुल खत्री वीरवार देर शाम जेल की दूसरी मंजिल से कूद गया।
जासं, बठिडा, अमृतसर : केंद्रीय जेल बठिडा में बंद अमृतसर के अजनाला निवासी ए-कैटेगरी का गैंगस्टर अकुल खत्री वीरवार देर शाम जेल की दूसरी मंजिल से कूद गया। इससे उसकी दोनों टांगें टूट गई। जेल प्रशासन की शिकायत पर थाना कैंट पुलिस उसे सिविल अस्पताल लेकर गई, जहां से डाक्टरों ने उसे फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर ने यह कदम जेल प्रशासन की तरफ से उसे स्वजनों से फोन पर बात न करने देने पर उठाया, जबकि जेल प्रशासन का कहना है कि जेल परिसर में वालीबाल खेलते समय वह नीचे गिर गया।
जेल सूत्रों के अनुसार केंद्रीय जेल बठिडा में वीरवार शाम सभी कैदी जेल में लगे पीसीओ पर अपने-अपने स्वजनों के साथ बातचीत करने के लिए लाइन में लगे थे। हर कैदी को फोन पर बात करने के लिए 15-15 मिनट मिलते हैं, लेकिन जब अकुल खत्री का नंबर आया तो जेल अधिकारियों ने उसे फोन पर बात करवाने से इन्कार कर दिया। इसके बाद गुस्से में आकर गैंगस्टर अकुल खत्री जेल की दूसरी मंजिल पर पहुंच गया और कूद गया। हादसे में उसकी दोनों टांगें टूट गई। सिविल अस्पताल में गैंगस्टर के नाम से लिखा सुसाइड अटेंप्ट
सिविल अस्पताल के डाक्टरों के मुताबिक अभी कहा नहीं जा सकता कि उसने खुदकुशी करने की कोशिश की है या वह वालीबाल खेलते समय गिरा है। हालांकि सिविल अस्पताल में गैंगस्टर के नाम से एंट्री पर 'सुसाइड अटेंप्ट' लिखा गया है। इसका मतलब यह है कि उसने खुदकुशी की कोशिश की है। सुपरिंटेंडेंट नेगी बोले, खेलते समय उसके पैरों में चोट लगी
केंद्रीय जेल बठिडा के सुपरिंटेंडेंट एनडी नेगी का कहना है कि गैंगस्टर ने कोई खुदकुशी करने की कोशिश नहीं की है। खेलते समय ही उसके पैरों में चोट लगी है। थाना कैंट के प्रभारी वरुण का कहना है कि उनके पास जेल से पत्र आया था। इसमें लिखा गया कि वालीबाल खेलते समय गैंगस्टर अकुल खत्री दूसरी मंजिल से नीचे गिरा। कुख्यात जग्गू गैंग से जुड़ा रहा है ए-श्रेणी का गैंगस्टर अकुल
अमृतसर जिले के अजनाला क्षेत्र का रहने वाला अकुल खत्री ए-कैटेगरी का गैंगस्टर है। लगभग पांच साल पहले वह कुख्यात जग्गू गैंग से जुड़ा था, जिसे दूसरे कुख्यात गैंगस्टर बंबीहा ग्रुप ने किडनैप करके उसके पेट में गोली मार दी थी, जिससे वह बाल-बाल बचा था। जग्गू ने जेल से ही इस बारे में फेसबुक पर उसे बंबीहा गैंग से रिहा कराने की पोस्ट डाली थी। अकुल खत्री पर लूट, हत्या, हत्या के प्रयास जैसे अनेक केस दर्ज हैं। इतना ही नहीं अकुल की मां हनी बाला को भी ब्यास पुलिस ने हेरोइन सप्लाई करने के आरोप में पकड़ा था। बताया गया कि वह जेल से फोन करके मां को हेरोइन पहुंचाने के लिए जगह बताता था। पकड़े जाने पर हनी बाला ने 100 से अधिक जगह पर नशा सप्लाई की बात को कबूला था।