सिविल अस्पताल के पैथोलाजिस्ट सहित 53 पाजिटिव, चार की मौत
जिले में बुधवार को 53 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई जिनमें सिविल अस्पताल में कार्यरत पैथोलाजिस्ट डा. जसविदर सिंह भी शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: जिले में बुधवार को 53 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई, जिनमें सिविल अस्पताल में कार्यरत पैथोलाजिस्ट डा. जसविदर सिंह भी शामिल हैं। डा. जसविदर अस्पताल में स्थित लैबोरेट्री में कार्यरत हैं। संदिग्ध बुखार होने पर उनका आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया गया था, जिसमें वह पाजिटिव पाए गए। इधर इसी अस्पताल में कार्यरत नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मोना चतरथ की पहली कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है। दरअसल, उनका ट्रू नेट टेस्ट किया गया था, जिसमें वह संक्रमण ग्रस्त पाई गईं। पुष्टि के लिए पुन: रिपीट टेस्ट किया, जिसमें वह निगेटिव पाई गईं। अब उनका सैंपल आरटीपीसीआर टेस्ट के जरिए जांचा जाएगा।
इधर, कोरोना संक्रमित चार लोगों की बुधवार को मौत हो गई। मृतकों में डीएमसी लुधियाना में उपचाराधीन 71 वर्षीय बुजुर्ग, गोल्डन सिटी निवासी 89 वर्षीय महिला, बाबा बकाला साहिब निवासी 74 वर्षीय बुजुर्ग व सुभाष कालोनी निवासी 53 वर्षीय शख्स शामिल हैं। अब अमृतसर में कुल संक्रमितों की संख्या 13217 हो चुकी है, जबकि एक्टिव केस बढ़कर 701 हो गए हैं। कोरोना काल में 30 से स्वास्थ्य कर्मी हो चुके हैं संक्रमित
सिविल अस्पताल में कोरोना काल में 30 से अधिक डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण ग्रस्त हो चुके हैं। इनमें से एसएमओ डा. अरुण शर्मा की तो कोरोना संक्रमण से मृत्यु भी हो गई। अफसोसनाक पहलू यह है कि स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वारियर कहने वाली सरकार ने आज तक डा. अरुण शर्मा के परिवार की सुध नहीं ली। इससे स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल कमजोर हो रहा है। इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन राकेश शर्मा ने कहा कि इस महामारी में अपनी जान हथेली पर रखकर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को सैल्यूट तो सब कर रहे हैं, पर उनकी सुध कोई नहीं ले रहा। यह प्रवृत्ति ठीक नहीं है।