निजी अस्पतालों को 48 रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए, दो घंटे में खत्म
रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर का दुष्प्रभाव सामने आ रहा है। निजी अस्पतालों द्वारा इस इंजेक्शन की लगातार मांग की जा रही है पर इसकी आपूर्ति कछुआ गति से हो रही है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर का दुष्प्रभाव सामने आ रहा है। निजी अस्पतालों द्वारा इस इंजेक्शन की लगातार मांग की जा रही है, पर इसकी आपूर्ति कछुआ गति से हो रही है। शहर में बीते सोमवार को प्राइवेट अस्पतालों के लिए ड्रग विभाग के जरिए 48 रेमडेसिविर इंजेक्शन पहुंचे जो दो घंटे खत्म हो गए। अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों को लगा दिए गए।
जोनल ड्रग लाइसेंसिंग अथारिटी करुण सचदेवा के अनुसार निजी अस्पतालों ने डिमांड भेजी थी। प्रत्येक अस्पताल को ड्रग विभाग के अधिकारियों की निगरानी में दो से तीन इंजेक्शन दिए गए हैं। निजी अस्पतालों की ओर से इसकी मांग की जा रही है। जैसे ही अगला स्टाक आएगा, यह इंजेक्शन भेज दिया जाएगा। निजी अस्पताल के डाक्टर का मैसेज आने के बाद ही यह इंजेक्शन दिया जा रहा है। राज्य में 22000 रेमडिसिवर इंजेक्शन का स्टाक आने वाला है। मंगलवार को पंजाब के विभिन्न जिलों में 1200 इंजेक्शन भेजे गए। हालांकि सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह के अनुसार सरकारी मेडिकल कालेज स्थित गुरुनानक देव अस्पताल के लिए मंगलवार को 250 रेमडेसिविर अलाट किए गए हैं। इस अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा है। पूर्व में इंजेक्शन की सप्लाई सिविल सर्जन कार्यालय से जीएनडीएच में भेजी जाती थी। अब चंडीगढ़ से सीधे अस्पताल को ही मिल रही है। बुधवार को निजी अस्पतालों के लिए भी स्टाक आने की संभावना है। पूर्व में इंजेक्शन की सप्लाई सिविल सर्जन कार्यालय से जीएनडीएच में भेजी जाती थी। अब चंडीगढ़ से सीधे अस्पताल को ही मिल रही है। बुधवार को निजी अस्पतालों के लिए भी स्टाक आने की संभावना है।