लॉकडाउन में पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी, 208 और यात्री लौटे
लॉकडाउन के कारण पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिक शनिवार को भी अटारी वाघा सीमा के रास्ते भारत पहुंचेेे। शनिवार को 208 भारतीय लौटे।
जेएनएन, अमृतसर। कोरोना लॉकडाउन के कारण पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों का अटारी-वाघा सीमा के रास्ते वतन लौटने का सिलसिला शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। वाघा के रास्ते जीरो लाइन पार कर शनिवार को 208 लोग वतन लौटे। हालांकि 327 लोगों ने आना था, लेकिन 119 लोग नहीं पहुंचे। इस तरह अब तक पाकिस्तान से कुल 629 लोग वापस आ चुके हैं।
कोरोना को देखते हुए जहां भारत ने अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा लोगों के लिए बंद कर दी थी, वहीं पाकिस्तान सरकार ने भी अपने वाघा बॉर्डर के गेट बंद कर दिए थे। इस कारण 748 भारतीय पाकिस्तान में फंस गए थे। भारतीयों की गुहार व पाकिस्तान में भारतीय राजदूत के आवेदन के बाद वाघा-अटारी गेटों को तीन दिन के लिए खोला गया।
शनिवार को 208 भारतीय अटारी पहुंचे। इनमें पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात व अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। इनकी ज्वाइंट चेक पोस्ट (जेसीपी) पर मेडिकल जांच की गई और फिर इन्हें मेरिटोरियस स्कूल में क्वारंटाइन कर दिया गया। 25 जून को 204 व 26 जून को 217 लोग पाकिस्तान से लौटे थे। अब 119 लोग पाकिस्तान में रह गए हैं, जिनके लौटने संबंधी प्रशासनिक अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं है।
लॉकडाउन से पहले देश के विभिन्न राज्यों से पाकिस्तान गए करीब साढ़े सात सौ भारतीय नागरिक फंस गए थे। इनमें जम्मू-कश्मीर के 402, गुजरात के 70, महाराष्ट्र के 61, उत्तर प्रदेश के 46 और पंजाब से 36 लोग शामिल थे। अटारी बॉर्डर के रास्ते वीरवार को 250 लोग और शुक्रवार को 215 लोग वापस आ चुके हैंं, जबकि कल 208 भारतीय लौटे।
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