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गौतमबुद्धनगर प्रकरण में योगी सरकार ने दिये दो और अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश

गौतमबुद्धनगर प्रकरण में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार और पीसीएस अधिकारी गुलशन कुमार के खिलाफ विजिलेंस जांच का आदेश दिया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 09 Mar 2020 11:43 PM (IST)Updated: Tue, 10 Mar 2020 12:04 AM (IST)
गौतमबुद्धनगर प्रकरण में योगी सरकार ने दिये दो और अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश
गौतमबुद्धनगर प्रकरण में योगी सरकार ने दिये दो और अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश

लखनऊ, जेएनएन। गौतमबुद्धनगर (नोएडा)  प्रकरण में विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच रिपोर्ट शासन को सौंपे जाने के बाद अब कार्रवाई शुरू हो गई है। जिन आईपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगे थे, उनकी विजिलेंस जांच के आदेश दिये जा रहे हैं। आईपीएस अधिकारी डॉ.अजयपाल शर्मा के खिलाफ विजिलेंस को मुकदमा दर्ज कर जांच करने के निर्देश के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस मामले में आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार और पीसीएस अधिकारी गुलशन कुमार के खिलाफ विजिलेंस जांच का आदेश दिया है।

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गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण के गोपनीय पत्र में पांच आईपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप थे। शासन ने एसआईटी का गठन कर प्रकरण की जांच का आदेश दिया था। एसआईटी ने निलंबित आईपीएस अधिकारी वैभव कृष्ण के अलावा आरोपों से घिरे आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सिंह, हिमांशु कुमार, गणेश प्रसाद साहा, राजीव नारायण मिश्रा व डॉ.अजय पाल शर्मा से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए थे। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। एसआइटी की रिपोर्ट आने के बाद आईपीएस अधिकारी डॉ.अजयपाल शर्मा के खिलाफ विजिलेंस को मुकदमा दर्ज कर जांच का निर्देश दिया जा चुका है।

बता दें कि एसआइटी ने जांच रिपोर्ट में दो आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की थी। गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण के गोपनीय पत्र में पांच आईपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप थे। शासन ने नौ जनवरी को डीजी विजिलेंस हितेश चंद्र अवस्थी (अब डीजीपी) की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन कर प्रकरण की जांच का आदेश दिया था। एसआईटी ने निलंबित आइपीएस अधिकारी वैभव कृष्ण के अलावा आरोपों से घिरे आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सिंह, हिमांशु कुमार, गणेश प्रसाद साहा, राजीव नारायण मिश्रा व डॉ.अजय पाल शर्मा से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए थे। एसआईटी ने दिसंबर 2019 के अंतिम सप्ताह में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।


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