Move to Jagran APP

West Bengal Coronavirus Lockdown: ममता बनर्जी ने कहा -चाय बागानों को खोलने के लिए केंद्र से मिला है निर्देश

West Bengal Coronavirus Lockdown ममता बनर्जी ने कहा -चाय बागानों को खोलने के लिए केंद्र से मिला है निर्देश

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 08:25 AM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 08:25 AM (IST)
West Bengal Coronavirus Lockdown: ममता बनर्जी ने  कहा -चाय बागानों को खोलने के लिए केंद्र से मिला है निर्देश
West Bengal Coronavirus Lockdown: ममता बनर्जी ने कहा -चाय बागानों को खोलने के लिए केंद्र से मिला है निर्देश

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि कोरोना को लेकर देशव्यापी लॉकडॉउन के बीच उन्हें केंद्र की ओर से उत्तर बंगाल में चाय बागानों को खोलने के लिए निर्देश मिला है। राज्य सचिवालय नवान्न में संवाददाता सम्मेलन में ममता ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार को केंद्र की ओर से इस बाबत उन्हें प्रस्ताव दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद हमने उत्तर बंगाल में संबंधित लोगों से बात भी की है लेकिन कोरोना को लेकर मौजूदा माहौल में श्रमिक काफी डरे हुए हैं।

loksabha election banner

वैसे भी उत्तर बंगाल से 3 देशों - भूटान, बांग्लादेश व नेपाल की सीमाएं लगती है। साथ ही यह पूर्वोत्तर के राज्यों का गेटवे है। ऐसे हालात में वह नहीं चाहती है कि वहां के चाय बागानों में अभी तुरंत काम शुरू हो। ममता ने साफ कहा कि अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। स्थिति के आकलन के बाद आगामी दिनों में वह इसपर विचार करेंगी। उल्लेखनीय है कि कोरोना के चलते अभी 21 दिनों का देशव्यापी लॉकडॉउन है। यह लॉकडाउन आगामी 14 अप्रैल तक चलेगा। 

ग्राहकों ने आना किया बंद, पैसे-पैसे के लिए मोहताज हो रही हैं रेड लाइट इलाके में महिलाएं

नोबेल कोरोना वायरस के आतंक ने देश वासियों को घरबंदी बना दिया है। इस कठिन परिस्थिति में रोज कमाने-खाने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। उसी क्रम में सिलीगुड़ी रेड लाइट इलाके में रहने वाले परिवार के सामने भी खाद्य संकट दिखने लगा है। इलाकाई लोगों ने प्रशासनिक मदद की गुहार लगाई है। सिलीगुड़ी शहर के सात नंबर वार्ड के खालपाड़ा स्थित रेड लाइट इलाके में करीब पांच सौ से अधिक परिवार रहते हैं। जिनमें कुल लोगों की संख्या दो हजार से कुछ अधिक है।

यहां रहने वाली अधिकांश महिलाएं सेक्स वर्कर हैं। इस इनकी आय का यही एक जरिया है। कोरोना की वजह से लोग घरों में दुबके हुए हैं। जान का डर सबको है। जो लोग यहां जिस्म की प्यास बुझाने आते थे,उन्होंने आने से तौबा कर लिया है। ऐसे में किसी के भी रेड लाइट इलाके जाना दूर की बात है। सरकार ने भी शारीरिक दूरी बनाए रखने का निर्देश दिया है। जाहिर है इस माहौल में रेड लाइट इलाके में ग्राहकों का टोटा लगा है।

यहां की महिलाएं पैसे -पैसे के लिए मोहताज हो रही हैं। रेड लाइट इलाका निवासी सुभाष ने बताया कि रोजाना करीब तीन सौ ग्राहकों का आना-जाना था। लेकिन कोरोना की वजह से लॉकडाउन होने के बाद ग्राहकों का टोटा है। सेक्स वर्करों के हाथ में रुपए का अभाव दिखने लगा है। इस समय इलाकाई दुकानदार भी उधार देने से इनकार कर रहे हैं। ऐसे में सभी के सामने खाले के लाले पड़ गए हैं। यहां जो महिलाएं रहती हैं,उनका कहना है कि कोरोना वायरस से तो बाद में मरेंगे,ऐसा ना हो कि भूख से ही मौत हो जाए। हांलाकि सिलीगुड़ी के एसडीओ ने इन सभी को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.