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गोरखपुर नगर निगम बोर्ड की बैठक में हंगामा, सदन में ही धरने पर बैठे पार्षद Gorakhpur News

गोरखपुर नगर निगम बोर्ड की बैठक में विकास कार्य न होने से नाराज पार्षद धरने पर बैठ गए।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 08 Nov 2019 01:45 PM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 03:17 PM (IST)
गोरखपुर नगर निगम बोर्ड की बैठक में हंगामा, सदन में ही धरने पर बैठे पार्षद Gorakhpur News
गोरखपुर नगर निगम बोर्ड की बैठक में हंगामा, सदन में ही धरने पर बैठे पार्षद Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम की 11वीं बोर्ड बैठक में विकास कार्य न होने से नाराज पार्षदों ने हंगामा किया। कुएं के सौंदर्यीकरण को लेकर छह महीने में कोई योजना न बनने से नाराज बेतियाहाता वार्ड के पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी धरने पर बैठ गए। पार्षदों ने पथ प्रकाश और जलकल विभाग की व्यवस्था पर नाराजगी जताई।

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बैठक की पुष्टि की कॉपी न मिलने पर शुरू हुआ हंगामा

निर्धारित समय से तकरीबन 45 मिनट देर से नगर निगम बोर्ड की बैठक शुक्रवार को शुरू हुई। पार्षदों ने नगर निगम कार्यकारिणी की पिछली बैठक की पुष्टि की कॉपी न मिलने पर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। पार्षद देवेंद्र पिंटू वार्ड में टूटे नाले की मरम्मत न होने का मुद्दा उठाया। नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि इमरजेंसी सुविधाओं में नाला का निर्माण शामिल है। नाले का निर्माण नहीं हुआ तो इसे दिखवाया जाएगा।

मेडिकल रोड पर नाला जाम होने की समस्‍या भी उठी

पार्षदों ने मेडिकल कॉलेज रोड पर नालों के चोक होने की समस्या उठाई। नगर आयुक्त ने बताया कि पासपोर्ट ऑफिस के सामने पुलिया 15 वर्षों से जाम है। नगर निगम की पूरी टीम लगाकर इसे साफ कराया जा रहा है। पार्षद शहाब अंसारी, आकाश चौहान ने इमरजेंसी कार्य न होने का मुद्दा उठाया। जियाउल इस्लाम ने प्रस्ताव रखा कि एक हफ्ते में सभी वार्डों में क्रॉस व पत्थर की स्थिति का सर्वे कराकर इसे 15 दिसंबर तक ठीक कराना चाहिए। पार्षदों ने काम न होने की बात की तो नगर आयुक्त ने कहा कि यदि काम नहीं हो रहा है तो नगर निगम का धन कहां जा रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस नगर की महिला पार्षद ने छह महीने बाद भी अतिक्रमण और कब्जा न हटाने पर नाराजगी जताई। महापौर सीताराम जायसवाल ने आश्वस्त किया कि जल्द ही अभियान चलाकर कब्जा हटाया जाएगा।

मेयर ने कहा, पार्षदों से बड़ा अधिकारी कोई नहीं

अध्यक्षीय संबोधन में महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि नगर निगम में पार्षदों से बड़ा कोई अधिकारी नहीं है। नगर आयुक्त को अपने अफसरों को निर्देश देना चाहिए कि वह सभी पार्षदों की बातों पर अमल करें। इस पर पार्षदों ने महापौर जिंदाबाद के नारे लगाए।

नाराज महापौर पार्षद से बोले- निकाल दूंगा बाहर

जब महापौर अपना संबोधन कर रहे थे तो पार्षद संजीव सिंह सोनू ने वार्ड की समस्याएं उठानी शुरू कर दी। इस पर महापौर ने नाराजगी जताई और कहा कि आप को शांत रहना चाहिए। आप सदन की मर्यादा को ध्यान में रखें। जब संजीव सिंह सोनू नहीं रुके तो महापौर ने उन्हें चेतावनी दी कि यदि वह नहीं मानेंगे तो बाहर कर दिया जाएगा।


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