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UP Monsoon Session: तीन दिन में चार घंटे चली कार्यवाही, सर्वाधिक 27 विधेयक पास करने का रिकॉर्ड

UP Monsoon Session सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश की सारी आबादी की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और हम उसको बखूबी निभा भी रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 01:19 PM (IST)Updated: Sun, 23 Aug 2020 06:11 AM (IST)
UP Monsoon Session: तीन दिन में चार घंटे चली कार्यवाही, सर्वाधिक 27 विधेयक पास करने का रिकॉर्ड
UP Monsoon Session: तीन दिन में चार घंटे चली कार्यवाही, सर्वाधिक 27 विधेयक पास करने का रिकॉर्ड

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र की कार्यवाही का आयोजन कराने वाली प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। तीन दिन में करीब चार घंटे की कार्यवाही में सरकार ने डेढ़ दर्जन अध्यादेश पास कराने में सफलता प्राप्त की। इसके बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज करीब एक घंटा सदन को संबोधित किया और विपक्ष पर जमकर हमला करने के साथ संकट में भी सहयोग न करने की शिकायत भी कर दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधन समाप्त होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने सदन को अनिश्चत काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की।

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विधानमंडल के मानसून सत्र के अंतिम दिन शनिवार को भी दोनों सदन में काफी शोरशराबा होता रहा। इसके बीच भी सरकार ने 17 विधेयक को पास कराया। हंगामा तथा शोक के कारण यह सत्र तीन दिन में सिर्फ चार घंटा ही चल सका। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना काल में सदन का आयोजन बड़ी बात है। आज तीसरा दिन है। शोक के चलते दो दिन सदन की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई। आज अवकाश के दिन सदन चल रहा है। सदस्यों की सदन में उपस्थिति लोकतंत्र का परिचायक है। विधानमंडल के तीन दिन के मानसून सत्र में सर्वाधिक 27 विधेयक पास करने का रिकॉर्ड बना। इसमें 33सदस्यों ने वर्चूअल उपस्थिति दर्ज कराई जबकि तीन बैठक में सदन चार घंटा 30 मिनट तक चला। इसमें भी सदन में 25 मिनट का स्थगन रहा। इसमे नियम 300के तहत 92 सूचनाएं स्वीकार की गयीं। इसके साथ नियम 51के तहत 102 सूचनाएं प्राप्त की गई। इसके साथ 138 याचिकाएं प्रस्तुत की गईं।

विधानमंडल मानसून सत्र के अंतिम दिन नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब एक घंटे के उद्बोधन में अपने विधायकों की जमकर तारीफ की। इस दौरान विपक्ष पर खूब कटाक्ष किया। अपने इस संबोधन में मुख्यमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन पर खुशी जाहिर करने के साथ ही प्रदेश की कानून-व्यवस्था को भी काफी बेहतर बताया। इसके साथ मंदिर और राम पर सवाल करने वाले विपक्ष को राम विरोधी करार दिया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी, हम कर रहे हैं

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश की सारी आबादी की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और हम उसको बखूबी निभा भी रहे हैं।  मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि कोरोना संक्रमण के काल में हम इस महामारी पर अंकुश लगाने के प्रयास के साथ ही प्रदेश में विकास कार्य को भी गति देते रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था हमारी प्राथमिकता थी और रहेगी। हमने जिनके साथ जैसा व्यवहार करना चाहिए था, वैसा ही किया है। अब तो कानून व्यवस्था की जो लोग बात कर रहे हैं, वे लोग ही कानून के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। दहेज, दुष्कर्म, डकैती और हत्या जैसे अपराधों में गिरावट आई है। सीएम योगी ने जातीय राजनीति पर भी विपक्ष पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो लोग सहानुभूति दिखा रहे हैं, उन लोगों ने ही कन्नौज के नीरज मिश्रा का सिर कटवाकर भेजा था।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली में आज गिरफ़्तार आतंकी ने माना है कि उनकी राम मंदिर शिलान्यास के एक महीने के भीतर आतंकी हमला करने की थी। हम लगातार सतर्क हैं, शायद इसी कारण उनके मंसूबों पर पानी फिर गया है। उन्होंने कहा कि आतंकी से पूछताछ में पता चला है कि वह उत्तर प्रदेश में अपराध के खिलाफ नये कानून और एनकाउंटर में 47 मुस्लिम अपराधियों के मारे जाने का बदला लेने की तैयारी में था। 

कानून-व्यवसथा दुरुस्त रखने की खातिर काफी जगह पर सख्ती भी की

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने प्रदेश की कानून-व्यवसथा दुरुस्त रखने की खातिर काफी जगह पर सख्ती भी की है। हमने उपद्रव करने वालों को नहींं छोड़ा है। सीएए के विरोध में उपद्रव के दौरान सरकारी तथा निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से हमने वसूली की है। जुर्माना देने वाले बाहर हैं, जबकि जुर्माना न भर पाने वाले जेल में हैं। हमारी ही इस नीति का अनुसरण अब अन्य राज्य भी कर रहे हैं। हमने उपद्रवियों से वसूली करने के साथ संपत्तियों की कुर्की की है। हमारी सरकार आज ही विधानसभा में उपद्रवियों के खिलाफ वसूली और संपत्ति कुर्की का विधेयक लेकर आई है।

भाजपा विधायक क्षेत्र में जनता की सेवा कर रहे 

सीएम योगी ने विधायकों की तारीफ करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब विपक्ष के लोग प्रदेश लौटने श्रमिकों पर राजनीति कर रहे थे, उस वक्त भाजपा विधायक क्षेत्र में जनता की सेवा कर रहे थे। मुझे कई बार फोन करके विधायकों से कहना पड़ता था कि अपना बचाव करते हुए कार्य करिए। इसी तरह कार्य करने की वजह से हमने अपने दो मंत्रियों को खोया है। यह एक बड़ी त्रासदी है। हमारे जन प्रतिनिधि प्रदेश में किसानों को खाद पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से दिल्ली को यूपी को दूसरे किसने से जोडऩे का कार्य किया जा रहा है। सीएम योगी ने विधायकों से विद्युतीकरण और ग्राम सचिवालय बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवालय से लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।

विपक्ष के नेता ले रहे हैं राम का नाम 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तो विपक्ष के नेता भी भगवान श्रीराम का नाम रटने लगे हैं। विपक्ष के लोग भी राम और परशुराम का नाम लेने लगे हैं। चलो अच्छा है कि यह भी राम नाम जपने लगे, इन्हेंं पता चल गया है कि राम के बिना वैतरणी पार नहीं होगी। यह सब वही लोग है जो रामसेतु का भी विरोध करते थे। उन्होंने कहा कि एक बात अच्छी है कि अब विपक्ष के नेता यानी राम का विरोध करने वाले लोग भी परशुराम के बहाने ही सही राम का नाम ले रहे हैं. राम कहें, परशुराम कहें या फिर मरा कहें भगवान राम उद्धार करेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान राम के नहीं हुए, किसके होंगे। राम मंदिर निर्माण से उन्हेंं खुश होना चाहिए। खुश होने की बजाय सवाल खड़े कर रहे हैं। राम के विरोध और तीन तलाक के मामले में यूपी में सबसे अधिक कार्रवाई की गई। यानी कि महिला सुरक्षा के मामले में हमारी सरकार सजग है। 


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