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UP Budget Session 2020 : अखिलेश यादव की सुरक्षा का मुद्दा गरमाया, विपक्ष के हंगामा के कारण सदन स्थगित

UP Budget Session विधानसभा की कार्यवाही के दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने फिर से हंगामा किया। इन सभी ने अखिलेश यादव की सुरक्षा का मुद्दा उठाया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 01:53 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 03:11 PM (IST)
UP Budget Session 2020 : अखिलेश यादव की सुरक्षा का मुद्दा गरमाया, विपक्ष के हंगामा के कारण सदन स्थगित
UP Budget Session 2020 : अखिलेश यादव की सुरक्षा का मुद्दा गरमाया, विपक्ष के हंगामा के कारण सदन स्थगित

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानमंत्रडल के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है। सोमवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। जिसके कारण विधानसभा व विधानपरिषद की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

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सदन में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भाजपा के नेताओं पर पूर्व मुख्यमंत्री तथा पूर्व विधान परिषद सदस्य अखिलेश यादव की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। यह सब अखिलेश यादव को धमकी मिलने के मामले की जांच की मांग कर रहे थे। इन सभी ने हत्या की साजिश तथा धमकी देने के मामले की जांच की मांग की है। इनके हंगामा करने के कारण विधान परिषद के साथ ही विधान सभा की कार्यवाही को आज स्थगित कर दिया गया है।

सोमवार को जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने अखिलेश की सुरक्षा के मुद्दे को उठाया लेकिन जब विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने इस पर विचार करने से इंकार कर दिया तो सपा सदस्य सदन में हंगामा करने लगे और प्रश्न काल को बाधित करने लगे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिये स्थगित कर दी।  जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो चौधरी ने अखिलेश की सुरक्षा का मुद्दा फिर उठाया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरान सदन में मौजूद रहे। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने फिर से हंगामा किया। इन सभी ने अखिलेश यादव की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव को जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने कहा कि सपा को जय श्रीराम से समस्या नहीं है, लेकिन कन्नौज में अखिलेश यादव को चिढ़ाने के लिए नारा लगाया है।

विधान परिषद की कार्यवाही में भी अखिलेश यादव की सुरक्षा का मामला उठा। इस दौरान सपा के सदस्यों ने सदन में जमकर हंगामा किया। आज सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी। विधानसभा में आज अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सदन में संशोधन प्रस्ताव दिया। आज लोकायुक्त की रिपोर्ट भी पेश होनी थी।

अखिलेश जी की सुरक्षा में 182 सुरक्षा कर्मी : सुरेश खन्ना

अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर विधानसभा की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने के मामले में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश जी कौन सी सुरक्षा चाहते हैं। विपक्ष के नेता को जवाब देते हुये संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव को जेड प्लस सुरक्षा मिली है जिसके तहत 182 सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। जिसमें एक अपर पुलिस अधीक्षक स्तर का अधिकारी, एक पुलिस उपाधीक्षक स्तर का अधिकारी, छह इंस्पेक्टर, 16 सब इंस्पेक्टर के अलावा अन्य पुलिस कर्मी तैनात है। इसके अलावा कोबरा कमांडो जवान भी उनकी सुरक्षा में लगे हैं। उन्होंने कहा सामान्यत: जेड प्लस सुरक्षा में 56 सुरक्षाकर्मी होते है लेकिन अखिलेश की सुरक्षा में 182 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। जनता के बीच से अगर किसी ने अखिलेश जी से सवाल पूछा तो कौन से बड़ी बात हो गई। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि उनको कोई खतरा है, खतरा तो जनता को समाजवादी पार्टी से है। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री हैं। कन्नौज में अखिलेशजी ने उस युवक को पिटवाया है। जनता तो जनप्रतिनिधियों से सवाल पूछती है। अगर मोबाइल पर अखिलेश जी को धमकी मिली तो सरकार जांच करा लेगी और कार्यवाई करेगी। जय श्री राम का कोई व्यक्ति नारा लगा दे कोई व्यक्ति अखिलेश जी की सभा में जाकर उनके कुछ पूछे और इसको लेकर वह इतना असुरक्षित महसूस करने लगते हैं तो यह बड़ा हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि जब नेता जी मुख्यमंत्री थे और उनकी सरकार में कोई जय श्री राम का नारा लगा देता था, कोई कारसेवक लगा देता था तो उसकी हत्या करा दी जाती थी। जय श्री राम से यह कैसी असुरक्षा है।

जब से भाजपा शासन में आई है, तभी से यहां पर जंगल राज : अहमद हसन

विधान परिषद में नेता सदन अहमद हसन ने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा शासन में आई है, तभी से यहां पर जंगल राज है। हर तरफ अराजकता का माहौल है। पार्टी तो दमन और चरित्रहनन की नीति चला रही है। 15 फरवरी को कन्नौज में सपा कार्यालय की मीटिंग में भाजपा के आदमी ने साजिश के तहत डिस्टर्ब किया। इस कांड में भाजपा सरकार के लोग शामिल थे। उस आदमी की जानकारी जुटाएंगे तो सच्चाई सामने आएगी कि उसका किससे संबंध है। उन्होंने कहा कि अखिलेश जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलआइयू का कर्मी मीडिया प्रतिनिधि बनकर शामिल हुआ पकड़ा गया था। यह तो सभी को पता है कि अखिलेश यादव ही देश के अकेले नेता जो भाजपा का सफाया कर सकते है। अहमद हसन ने कहा कि अखिलेश जी की सुरक्षा से एसपीजी हटा दी गई है। यह सभी को पता है कि अखिलेश जी की सुरक्षा को गंभीर खतरा है।

अखिलेश यादव को भाजपा के लोग फोन पर धमकी दे रहे  : उदयवीर सिंह   

सपा एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव को भाजपा के लोग फोन पर धमकी दे रहे हैं। भाजपा, सरकार, सुचना सलाहकार ऐसे लोगों को संरक्षण दे रहे है। अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो साफ है कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है।

फोन और मैसेज करके जान से मारने की धमकी

यादव शनिवार को कन्नौज जिले में सपा के महिला सम्मेलन में पहुंचे थे। जब वह सभा को सम्बोधित कर रहे थे तभी जनता के बीच से गोविन्द शुक्ला नाम के युवक ने अखिलेश से बेरोजगारी पर सवाल किया। इस पर अखिलेश ने उससे पूछा कि तुम किसके आदमी हो? भाजपा के तो नहीं हो? इतना कहने पर शुक्ला ने जय श्री राम का नारा लगाया। तब सपा के कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई करना शुरू कर दी। तब अखिलेश ने कहा था भाजपा नेता ने मुझे फोन और मैसेज करके जान से मारने की धमकी दी है। मेरी जान को खतरा है। धमकी का मैसेज मोबाइल में सेव है। एक-दो दिन में लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।


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