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अमित शाह पर फिर बरसीं तृणमूल, सत्ता दखल के लिए लोगों को गुमराह करने का लगाया आरोप

तृणमूल कांग्रेस ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर भाजपा व केंद्र सरकार पर कोरोना वायरस व एम्फन संकट के दौरान लोगों की मदद की बजाय राजनीति करने का आरोप लगाया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 06:08 PM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 06:08 PM (IST)
अमित शाह पर फिर बरसीं तृणमूल, सत्ता दखल के लिए लोगों को गुमराह करने का लगाया आरोप
अमित शाह पर फिर बरसीं तृणमूल, सत्ता दखल के लिए लोगों को गुमराह करने का लगाया आरोप

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली के बाद तृणमूल कांग्रेस का उनके खिलाफ हमला जारी है। गुरुवार को एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर भाजपा व केंद्र सरकार पर कोरोना वायरस व एम्फन संकट के दौरान लोगों की मदद की बजाय राजनीति करने का आरोप लगाया। तृणमूल महासचिव व राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि जब बंगाल सरकार और यहां की जनता मिलकर दोहरी चुनौती से उबरने में लगी है तब भाजपा झूठ फैला कर व लोगों को गुमराह कर सत्ता दखल करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह समय राजनीति करने की नहीं है बल्कि लोगों के साथ खड़ा रहने व उन्हें जरूरी मदद पहुंचाने की है।

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पार्थ ने कहा कि एम्फन तूफान से हुई भारी तबाही के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पूरा प्रशासन लोगों तक मदद पहुंचाने एवं क्षतिग्रस्त मकानों, सड़क, ब्रिज आदि के मरम्मत के काम में दिन-रात कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एम्फन से जहां 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है, वहीं केंद्र सरकार ने मात्र 1000 करोड़ दिया है। पार्थ ने अमित शाह द्वारा सोनार बांग्ला बनाने वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन्होंने बांग्ला संस्कृति को ध्वंस कर दिया वह किस मुंह से ऐसी बात कर रहे हैं। तृणमूल नेता ने एक बार फिर आरोप लगाया कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान शाह की उपस्थिति में कलकत्ता विश्वविद्यालय के सामने महान समाज सुधारक विद्यासागर की मूर्ति किस तरह से तोड़ दी गई। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग इस तरह की संस्कृति नहीं चाहते। जो लोग सोनार बांग्ला बनाना चाहते हैं वह बंगाल की संस्कृति को ध्वस्त करना चाहते हैं। बंगाल में एक नई संस्कृति का जन्म देने की चेष्टा कर रहे हैं।

पार्थ ने कहा कि सोनार बांग्ला बनाने से पहले उन्होंने विद्यासागर की मूर्ति तोड़ कर जो तांडव दिखाया था वह बंगाल के लोग भूले नहीं हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विद्यासागर की मूर्ति को पुनर्स्थापित किया था। उन्होंने कहा कि बंगाल की संस्कृति को लेकर भाजपा को उपदेश देने की जरूरत नहीं है। भाजपा नेता व उनके लोग जिस संस्कृति की बात कर रहे हैं बंगाल के लोग उस दुर्दिन को यहां नहीं आने देंगे। उन्होंने लोगों से भाजपा से बंगाल की संस्कृति की रक्षा करने का आह्वान किया। पार्थ ने केंद्र पर बंगाल की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से जो प्रवासी श्रमिक यहां रह रहे हैं वह सुरक्षित हैं और वे संकट के समय में भी यहां से नहीं गए। वहीं, बंगाल के लोगों को दूसरे राज्यों से भगा दिया गया। इस दौरान राज्य के सिंचाई व वन मंत्री राजीव बनर्जी ने भी शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बंगाल में सत्ता दखल के लिए भाजपा कभी आयुष्मान भारत तो कभी किसान सम्मान निधि योजना के नाम पर लोगों को गुमराह कर स्वार्थ सिद्धि करना चाहती है। उन्होंने भाजपा पर सिर्फ वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया।


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