अखिलेश को चेहरा दिखाने की होड़ में बेकाबू हुए कार्यकर्ता, गेट के टूटे शीशे की चपेट में आकर तीन जख्मी
पीलीभीत में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्वागत को कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी। अपने नेता को चेहरा दिखाने की होड़ में धक्का मुक्की होने लगी।
पीलीभीत, जेएनएन। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्वागत को कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी। अपने नेता को चेहरा दिखाने की होड़ में आपस में ही धक्का मुक्की होने लगी। गेस्टहाउस के अंदर घुसने के प्रयास में मुख्य गेट टूट गया। उसके शीशे के टुकड़े उछलकर गिरने से तीन कार्यकर्ता मामूली रूप से जख्मी हो गए।
रविवार को सुबह दस बजे सूचना आई कि पूर्व मुख्यमंत्री बरेली से पीलीभीत होते हुए लखनऊ जाएंगे। इसके बाद जिलाध्यक्ष समेत सभी प्रमुख नेता तुरंत सक्रिय हो गए। आनन फानन तैयारी हो गई। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता लाल टोपी लगाए और हाथों में पार्टी के झंडे लिए गेस्टहाउस परिसर में जा पहुंचे। लंबी प्रतीक्षा का बाद अपराह्न ठीक 2.18 बजे पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला गेस्टहाउस में पहुंचा। उनकी कार की तरह कार्यकर्ताओं की भीड़ का रेला आ गया। ऐसे में सुरक्षा र्किमयों को कार्यकर्ताओं पर काबू पाने में पसीने छूट गए।
कार से उतरकर कड़ी सुरक्षा के बीच पूर्व मुख्यमंत्री को गेस्टहाउस के अंदर ले जाया गया। उनके पीछे कार्यकर्ताओं की भीड़ भी उमड़ पड़ी। भीड़ के दबाव से गेस्टहाउस का मुख्य गेट टूट गया। उसके शीशे के टुकड़े उछलकर तीन कार्यकर्ताओं पर गिरे जिससे वे मामूली रूप से जख्मी हो गए। बाद में सपा मुखिया, पूर्व मुख्यमंत्री ने एक कक्ष में कार्यकर्ताओं को समूहों में बुलाकर वार्ता की।
अखिलेश के काफिले में टकराई कार, चार कार्यकर्ता घायल
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश कुमार यादव पालीभीत में में अपने पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों से मुलाकात करने के बाद दोपहर पांच बजे करीब माधोटांडा होते हुए वापस लखनऊ जा रहे थे।काफिले में उनके स्कोर्ट के अलावा कई कार्यकर्ताओं की कारें भी शामिल थी। माधोटांडा स्थित एक नहर के पास काफिले में चल रही कार ने अचानक ब्रेक लगा दिए थे। कारों की रफ्तार अधिक होने पर पीछे से आ रही कार उसमें जा घुसी, जिसमें सवार पूरनपुर के जाधोपुर गहलुईया गांव निवासी हसीनुल रहमान, नबीर बेग, जमीन बेग, हकीक खान और कार चालक इमदाद हुसैन गंभीर रूप से घायल हो गए। काफिले में हादसा देखकर कई कार्यकर्ताओं की कारें रुक गईं, जिसके बाद घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।