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शिक्षक विधायक चुनाव : बीजेपी प्रत्याशी बोले, शिक्षकों को मेडिकल सुविधा दिलाना हमारी प्राथमिकता

कई प्रदेश स्तरीय नेता और मंत्री बीजेपी प्रत्याशी डा. हरि सिंह ढिल्लो के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जिले का दौरा भी कर चुके हैं। इस चुनावी माहौल में हरि सिंह ढिल्लों ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए अपनी प्राथमिकताओं को बताया।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 10:20 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 08:37 AM (IST)
शिक्षक विधायक चुनाव : बीजेपी प्रत्याशी बोले, शिक्षकों को मेडिकल सुविधा दिलाना हमारी प्राथमिकता
इस सीट पर कब्जा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ऐड़ी चोट का जोर लगाए हुए है

बरेली, जेएनएन। शिक्षक विधायक चुनाव की सरगर्मी अब चरम पर है। सभी प्रत्याशी अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं।इस पर इस सीट पर कब्जा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ऐड़ी चोट का जोर लगाए हुए है। कई प्रदेश स्तरीय नेता और मंत्री बीजेपी प्रत्याशी डा. हरि सिंह ढिल्लो के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जिले का दौरा भी कर चुके हैं। इस चुनावी माहौल में हरि सिंह ढिल्लों ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए अपनी प्राथमिकताओं को बताया। बीजेपी पहली बार अपने सिंबल पर ढिल्लो को चुनाव लड़ा रही है। पेश है उनसे बातचीत के अंश।

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 सवाल - शिक्षकों की किस समस्या को आप सबसे बड़ी मानते हैं?
जवाब - अक्सर निजी कॉलेजों में शिक्षकों के साथ मारपीट की घटनाएं होती हैं। उन्हें भयमुक्त वातावरण देने के लिए हमारी सरकार मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की तरह कानून लाएगी। विधि एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक से इस संदर्भ में चर्चा भी हो चुकी है।

सवाल - अंशकालीन संविदा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर कोई रणनीति है?
जवाब - रैङ्क्षगग विरोधी कानून का प्रस्ताव 2007 में रखने वाले हम थे। अब अगर चुनाव के परिणाम हमारे पक्ष में होते हैं तो शिक्षकों के उत्थान के लिए आगे भी कानून लेकर आएंगे। वित्त विहीन 70 फीसद कॉलेजों में अंशकालीन संविदा शिक्षकों को पूर्णकालीन का दर्ज दिलाया जाएगा। इन शिक्षकों का वेतनमान बहुत कम होता है।

सवाल - वित्त विहीन कॉलेजों के शिक्षकों की पेंशन महीनों कटी, लेकिन रिटायरमेंट के बाद उन्हें सही पेंशन नहीं मिली। ऐसे दर्जनों मामले आए। शिक्षकों में पेंशन नीति को लेकर रोष है।
जवाब - वित्त विहीन कॉलेजों के शिक्षकों की पेंशन की पारदर्शिता के लिए भी हम रणनीति तय कर चुके हैं। शिक्षकों की पेंशन कट रही है, लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं होता। नई पेंशन नीति 2004 लागू होने के बाद शिक्षक दिक्कत महसूस कर रहे हैं। इसलिए पेंशन नीति में सुधार की दरकार है।

सवाल - शिक्षकों को मेडिकल सुविधा दिलाने को एजेंडा बनाया गया है, कोई विशेष कारण?
जवाब - मैं लंबे समय तक शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा रहा हूं। शिक्षकों को मेडिकल संबधी बड़ी समस्या है। हमारी प्राथमिकता में शिक्षकों को मेडिकल सुविधा दिलाना है।

सवाल - चुनाव से पहले आपने तैयारियां शुरू कर दी थी। किस बदलाव को अपनी मजबूती मानते हैं?
जवाब - भाजपा की सरकार ने वित्त विहीन शिक्षक, सीबीएसई, आइसीएससी के शिक्षकों को भी मताधिकार दिलाया है। 16 हजार शिक्षकों ने पिछली बार मतदान किया, इस दफा 36 हजार सात सौ शिक्षक अपना विधायक चुनेंगे। अधिक मतदान का अधिकार, मतलब शिक्षक मतदान के अधिकार से वंचित नहीं रहेंगे।


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