गोरखपुर-सिलीगुड़ी एवं वाराणसी-कोलकाता ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का डीपीआर बनाने की कार्रवाई शुरू
नितिन गडकरी ने बताया कि बिहार से गुजरने वाली गोरखपुर-सिलीगुड़ी एवं वाराणसी-कोलकाता इकोनामिक कॉरिडोर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के विकास के लिए लागत मूल्य निर्माण अवधि टेंडर दस्तावेजों को अंतिम रूप देने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की कार्रवाई शुरू की गई है।
नई दिल्ली, एजेंसी। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न के उत्तर में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि बिहार से गुजरने वाली गोरखपुर-सिलीगुड़ी एवं वाराणसी-कोलकाता इकोनामिक कॉरिडोर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के विकास के लिए लागत मूल्य, निर्माण अवधि, टेंडर दस्तावेजों को अंतिम रूप देने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की कार्रवाई शुरू की गई है। राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सोशल मीडिया ऐप कू पर इस संबंध में जानकारी शेयर की है।
View attached media content - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 23 Mar 2022
मंत्री ने बताया कि वाराणसी-कोलकाता खंड की संभावित लंबाई लगभग 600 किलोमीटर है जिसमें 160 किलोमीटर बिहार के कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया जिलों से होकर गुजरती है। वहीं गोरखपुर-सिलीगुड़ी की कुल लंबाई 519 किलोमीटर है। इसकी लगभग 416 किलोमीटर की लंबाई बिहार के पश्चिम एवं पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज से होकर गुजरेगी।
बता दें कि वाराणसी - कोलकाता इकोनामिक कॉरिडोर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के लिए सड़क परिवहन और राज मार्ग मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है। भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी से कोलकाता एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर कार्यरूप दिया जा रहा है। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर चिन्हित एक्सप्रेस-वे क्षेत्रों में ड्रोन से सर्वे किया जा रहा है।