सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा सरकार के अदूरदर्शी फैसलों से बढ़ रहीं समस्याएं
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पीड़ित श्रमिक-कामगार यह समझ गए हैं कि सरकार के पास न इलाज है और न दवा। ऐसी सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के अदूरदर्शी निर्णयों और कामकाज में नियोजन व समन्वय के अभाव के कारण समस्याएं कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं। संपन्न लोगों के लिए ट्रेन सुविधा और गरीबों को मंझधार में छोड़ने की भाजपाई रीतिनीति के चलते लोगों में असंतोष और आक्रोश बढ़ रहा है। मदद तो दूर अब गरीबों और श्रमिकों के प्रति सरकार का रवैया भी अपमानजनक होता जा रहा है। हर दिन रास्तों में जान गंवाने वालों और अस्पतालों में दुर्व्यवहार की शिकार महिलाओं के प्रति सरकार संवेदनशून्य हो गई है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि पीड़ित श्रमिक-कामगार यह समझ गए हैं कि सरकार के पास न इलाज है और न दवा। ऐसी सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। प्रतापगढ़ में प्रवासी मजदूरों को बस में बैठाते समय उनसे अभद्र व्यवहार करने व लात मारने से मानवता शर्मसार हुई है। उन्होंने कहा कि थके हारे, निराश और हताश श्रमिकों का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम अपमान भी न करिए। दोषी कर्मियों पर हो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि गरीब इलाज के लिए तरस रहे हैं। अलीगढ़ में मेडिकल कॉलेज के बाहर कोरोना पॉजिटिव मरीज तड़पती रही। आगरा जिला महिला अस्पताल में स्ट्रेचर न मिलने पर गर्भवती को गोद में ले जाने को परिवारीजन मजबूर हुए। बरेली में तीन महीने से घायल महिला को इलाज नहीं मिला तो उसे एसएसपी से गुहार लगानी पड़ी।
अखिलेश ने मोदी के संदेश को बताया निरर्थक निबंध
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश को निरर्थक निबंध बताया है। उन्होंने ट्वीट में प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि देश के मजदूर व गरीब अपनी विपदा के लिए प्रबंध की उम्मीद कर रहे थे लेकिन, उन्हेंं सुनने को मिला केवल निरर्थक निबंध। क्या आधे घंटे से भी ज्यादा समय में सड़कों पर भटक रहे मजदूरों के लिए एक-आध शब्द की संवेदना की भी गुंजाइश नहीं थी। हर कोई सोचे। अखिलेश ने अंत में असंवेदनशील व दुर्भाग्यपूर्ण लिखा है।
देश के मज़दूर-ग़रीब अपनी विपदाओं के लिए प्रबंध की उम्मीद कर रहे थे लेकिन उन्हें सुनने को मिला केवल निरर्थक निबंध. क्या आधे घंटे से भी ज़्यादा समय में सड़कों पर भटकते मज़दूरों के लिए एक-आध शब्द की संवेदना की भी गुंजाइश नहीं थी. हर कोई सोचे.
असंवेदनशील-दुर्भाग्यपूर्ण! pic.twitter.com/7PbCNtdoM8 — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 12, 2020
सपा ने दिवंगत पत्रकार के परिवार को दिए दो लाख
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना संक्रमण की वजह से दुनिया को अलविदा कहने वाले दैनिक जागरण, आगरा के पत्रकार पंकज कुलश्रेष्ठ के परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए कहा है कि पार्टी उनके साथ खड़ी है। उन्होंने पीडि़त परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी है। अखिलेश ने प्रदेश सरकार से कहा कि सपा सरकार के समय स्थापित परंपरा के अनुसार भाजपा सरकार भी 20 लाख रुपये का सहयोग पत्रकार के परिवार को प्रदान करे।
इससे पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से पंकज कुलश्रेष्ठ के निधन के संबंध में फोन पर वार्ता की। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष ने पार्टी फंड से पत्रकार के स्वजन को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की सहमति दी। दोपहर बाद आरटीजीएस के माध्यम से यह धनराशि पंकज की पत्नी गरिमा कुलश्रेष्ठ के खाते में जमा करा दी गई। दूसरी ओर, जर्नलिस्ट फॉर जर्नलिस्ट्स ग्रुप ने भी मंगलवार को पंकज की पत्नी के खाते में 51 हजार और संतकबीर नगर के वरिष्ठ सपा नेता जयराम पांडेय ने 21 हजार रुपये भेजे।